चुनाव पर दंगल: जानिए कौन हैं संजय सिंह, जिनके कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनते ही महिला पहलवान साक्षी मलिक ने ले लिया संन्यास
- आरएसएस से है खास कनेक्शन
- बृजभूषण के हैं करीबी
- शुरु से ही थी कुश्ती में दिलचस्पी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को नया अध्यक्ष मिल गया। चुनाव में पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह को इस पद के लिए चुना गया। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी अनीता श्योराण को 33 वोटों से हराया। संजय को जहां कुल 40 वोट मिलें वहीं अनीता के खाते में केवल 7 वोट ही आए। इस बीच, महिला रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह बृजभूषण का सहयोगी और बिजनेस पार्टनर हैं। ऐसे में मैं अपनी कुश्ती का त्याग करती हूं। इस दौरान उन्होंने अपने जूते उठाकर टेबल पर रख दिए।
बता दें कि रेसलर साक्षी मलिक के साथ रेसलर बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। जिसके चलते उन्हें कुश्ती महासंघ की अध्यक्षता से इस्तीफा देना पड़ा था। आइए जानते हैं कौन हैं संजय सिंह जिनके चुनाव पर इतना बवाल मचा हुआ है।
आरएसएस से है कनेक्शन
संजय सिंह का पूरा नाम संजय सिंह बबलू हैं। वह उत्तरप्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। हालांकि उनका मूल निवास पूर्वी उत्तर प्रदेश का चंदौली जिला है। लेकिन वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ वाराणसी में रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजय राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से भी जुड़े हैं। वहीं, कुश्ती की दुनिया से उनका प्रवेश करीब 15 सालों पहले हुआ था। वह साल 2008 से वाराणासी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष का पदभार संभाल रहे हैं। इसके साथ ही साल 2009 में उन्हें प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया था।
शुरु से ही था कुश्ती से लगाव
संजय को शुरू से ही कुश्ती में दिलचस्पी रही है। मौजूदा समय में वह कुश्ती संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव का पद भी संभाल रहे हैं। इसके अलावा वह संघ की वर्किंग कमेटी में भी भाग ले चुके हैं। साथ ही कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय कुश्ती संघ का नेतृत्व भी कर चुके हैं। उन्होंने पूर्वांचल की महिला रेसलरों को कुश्ती की दुनिया में आगे बढ़ाने के लिए भी काफी प्रोत्साहित किया है।
जीत का श्रेय देश के हजारों पहलवानों को दिया
कुश्ती संघ का चुनाव जीतने के बाद संजय ने इसका श्रेय देशभर के हजारों रेसलरों को दिया है। उन्होंने कहा कि, 'यह जीत सिर्फ उनके अकेले की नहीं बल्कि पिछले 7 से 8 महीने में हारे उन पहलवानों की है जिन्होंने जितोड़ मेहनत की थी। वहीं अटकलें हैं कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष बनने के बाद संजय अपने करीबी सहयोगी बृजभूषण सिंह से संघ से जुड़े कार्य, फैसले और नीतियों पर सलाह ले सकते हैं।