सदन की सुरक्षा का मामला: दिल्ली स्पेशल सेल की टीम कर रही है आरोपियों के बैंक खातों की जांच, आरोपी नीलम के घर से मिले अहम दस्तावेज, जानें जांच में अब तक क्या मिला?
- सदन की सुरक्षा के मामले में दिल्ली स्पेशल सेल की कार्रवाई तेज
- सभी आरोपियों के घर की हो रही है तलाशी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में दिल्ली स्पेशल सेल की टीम एक्टिव मोड में नजर आ रही है। इस मामले में स्पेशल सेल राजस्थान, हरियाणा, मैसूर, लखनऊ, बंगाल, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जांच कर रही है। इसके बावजूद 50 टीमें अतिरिक्त बनाई गई हैं जो डिजिटल और बैंक डिटेल्स और आरोपियों के बैकग्राउंड को खंगाल रही हैं। स्पेशल सेल ने जींद से महिला आरोपी नीलम के घर से बैंक डिटेल्स और कुछ किताबें बरामद किया है। इस पूरे मामले में स्पेशल सेल जहां-जहां जांच करने पहुंच रही है वहां-वहां आरोपियों को अपने साथ लेकर भी जा रही है।
सदन में घुसा आरोपी सागर शर्मा को स्पेशल सेल साकेत, साउदर्न रेंज की टीम इन्वेस्टिगेट कर रही है। सागर को कहां लेकर जाना है, उसकी पूरी इन्वेस्टिगेशन और रिकवरी साउदर्न रेंज स्पेशल सेल की जिम्मेदारी है। ललित झा को स्पेशल सेल, जनकपुरी, साउथ वेस्टर्न रेंज की टीम के पास है। ललित झा से पूरी इन्वेस्टिगेशन और रिकवरी साउथ वेस्टर्न रेंज की स्पेशल सेल की टीम कर रही है। इसी टीम को आरोपियों के जले हुए मोबाइल फोन नागौर से मिले हैं।
सदन में प्रवेश करने वाला दूसरा आरोपी डी मनोरंजन, एनडीआर लोधी रोड स्थित स्पेशल सेल को हैंडओवर किया गया है। इसी टीम के पास मनोरंजन की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा नीलम की पूरी इन्वेस्टिगेशन न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, स्पेशल सेल के पास है, जिसे स्पेशल सेल का काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट भी कहा जाता है। ऐसे ही सभी आरोपियों को स्पेशल सेल की अलग-अलग यूनिट को इन्वेस्टिगेशन करने के लिए दिया गया है।
सदन की सूरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपियों को बीते शनिवार को स्पेशल सेल की अलग अलग यूनिट को हैंड ओवर किया गया था। जिससे इन्वेस्टिगेशन जल्द-जल्द पूरी हो जाए। बताया जा रहा है कि अलग-अलग यूनिट में इन आरोपियों को इसलिए बांटा गया ताकि किसी एक पर ज्यादा दबाव न पड़े। इस मामले पर स्पेशल सेल के टॉप सोर्सेज का कहना है कि अलग अलग यूनिट जब इंडिविजुअल एक-एक आरोपी की जांच कर लेगी तो उसके बाद इन्हें एनएफसी स्पेशल सेल की टीम को सौंप दिया जायेगा। फिर इन सबको एक साथ बैठाकर पूछताछ की जाएगी ताकि मामले के तह तक पहुंचा जा सके।