ज्ञानवापी मामला: फिर अदालत पहुंचा ज्ञानवापी मुद्दा, सील तहखाने की जांच के लिए हिंदू पक्ष ने दायर की याचिका
- फिर अदालत पहुंचा ज्ञानवापी मुद्दा
- सील तहखाने की जांच की मांग
- हिंदू पक्ष ने दायर की याचिका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू पक्ष एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। हिंदू पक्ष ने कोर्ट में याचिका दाखिल करके मस्जिद के तहखाने के सर्वे की मांग की है। इस याचिका में कहा गया है कि कोर्ट की ओर से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानि कि एएसआई को बिना शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए सर्वे करने का निर्देश दिया जाए।
तहखाने की जांच की मांग
हिंदू पक्ष ने याचिका में कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद के बाकी सभी जगहों की जांच एएसआई की ओर से की जा चुकी है। केवल वह तहखाना ही शेष बचा है। इसलिए अब याचिका दायर कर पक्ष ने इस तहखाने की जांच कराने की मांग की है। यह तहखाना वही स्थान है जिसमें शिवलिंग जैसी रचना मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस जगह को सील कर दिया गया है।
एएसआई की सर्वे रिपोर्ट
गौरतलब है कि इससे पहले 21 जनवरी को एएसआई ने अपनी तीन महीने चली ज्ञानवापी मस्जिद की सर्वे की रिपोर्ट दोनों पक्षों को सौंपी थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ज्ञानवापी मस्जिद को पुराने भव्य मंदिर में कुछ बदलाव और मोडिफाई करके बनाया गया है। एएसआई के सर्वे में मस्जिद के अंदर ऐसी कई शिलालेख मिले जो किसी पुराने मंदिर की थी।
कई लिपियों में मिले शिलालेख
एएसआई की सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था, "एएसआई ने कहा है कि वहां पर 34 शिलालेख हैं। जो पहले हिंदू मंदिर था उसके शिलालेख को दोबारा उपयोग करके मस्जिद बनाया गया। इनमें देवनागरी, ग्रंथ, तेलुगु और कन्नड़ लिपियों में शिलालेख मिले हैं। इन शिलालेखों में जनार्दन, रुद्र और उमेश्वर जैसे देवताओं के तीन नाम मिलते हैं।"