संवाद से समस्या का समाधान: तनाव के बीच भारत और मालदीव के विदेश मंत्रियों ने गुट निरपेक्ष सम्मेलन में की मुलाकात

  • कई वैश्विक नेताओं से भारतीय विदेश मंत्री ने की मुलाकात
  • कंपाला में गुट निरपेक्ष सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे कई नेता
  • सार्क-गुट निरपेक्ष सदस्य के तौर पर सहयोग बढ़ाने पर हुई बात

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-19 10:10 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ दिनों से चल रहे विवाद के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के बीच मुलाकात हुई। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात गुरुवार को यूगांडा के कंपाला में हुई। आपको बता दें कुछ दिनों से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इस वजह से दोनों देश भारत और मालदीव के रिश्तों में खटास आ गई। दोनों देश के विदेश मंत्री कंपाला में गुट निरपेक्ष सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

भारतीय विदेश मंत्री ने पोस्ट में लिखा कि कंपाला में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से मुलाकात हुई। दोनों के बीच रिश्तों को लेकर खुलकर बातचीत हुई।  साथ ही गुट निरपेक्ष सम्मेलन से संबंधित मुद्दों पर भी बात हुई।

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भी भारतीय विदेश एस जयशंकर के बीच हुई मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया लिखा 'गुट निरपेक्ष सम्मेलन से इतर यूगांडा में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात कर बहुत खुशी हुई। हमने मालदीव से भारतीय सेना की वापसी के मुद्दे पर चल रही उच्च स्तरीय चर्चा पर अपने विचार रखे। साथ ही मालदीव में चल रहीं विकास परियोजनाओं को जल्द पूरा करने और सार्क और गुट निरपेक्ष सदस्य के तौर पर सहयोग बढ़ाने पर भी बात हुई।

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुट निरपेक्ष आंदोलन सम्मेलन में कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। इन मुलाकातों की तस्वीरें विदेश मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की हैं। एस जयशंकर नेपाल के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की।

आपको बता दें चीन दौरे से लौटे मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत से अपने सैनिकों को 15 मार्च से पहले हटाने को कहा था। इस पर अब भारत विचार विमर्श कर रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति के बयान के बाद दोनों देश इसका समाधान खोजने की दिशा में काम कर रहे हैं।

मालदीव और भारत के बीच चल रहे विवाद के बाद भी भारत मालदीव को मानवीय सहायता मुहैया कराता रहेगा। द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से चर्चा करने के लिए कोर समूह की मीटिंग 14 जनवरी को हुई था। चर्चा को और आगे बढ़ाने के लिए अगली बैठक भारत में होगी। 

मालदीव के साथ संबंधों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, "14 जनवरी को हमारे कोर ग्रुप की बैठक हुई जिसमें द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से चर्चा की गई। तब उन्होंने कहा था दोनों देशों ने मालदीव के लोगों को मानवीय और मेडिकल सेवाएं प्रदान करने वाले भारतीय विमानन प्लेटफार्म के निरंतर संचालन को सक्षम करने के लिए पारस्परिक रूप से व्यावहारिक समाधान ढूंढने पर चर्चा की। चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए अगली बैठक भारत में होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, "लाल सागर में जो हो रहा है वो चिंता का विषय है। इससे हमारे आर्थिक हित पर प्रभाव पड़ता है। खाड़ी के इस क्षेत्र से एक दुनिया की एक महत्वपूर्ण शिपिंग लाइन है। हमारी नौसेना बल के जहाज वहां हमारे वाणिज्यिक जहाजों की सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं।

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