राजनयिक विवाद: भारत मालदीव तनाव पर बोले विदेश मंत्री, इसकी कोई गारंटी नहीं ले सकता कि हर कोई हर समय भारत का समर्थन ही करेगा
- मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी की आलोचना की
- उतार-चढ़ाव वाली हो सकती है राजनीति
- देशों के साथ संपर्क को मजबूत बनाना हमारी कोशिश-जयशंकर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत मालदीव के बीच चल रहे राजनयिक विवाद पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चुप्पी तोड़ी। नागपुर में विदेश मंत्री ने एक सवाल में जवाब में कहा कि इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ले सकता कि हर कोई हर समय भारत का समर्थन ही करेगा। कभी-कभी कुछ चीजें सही रास्ते पर नहीं जाती हैं। तब आपको सबकुछ सही करने के लिए तर्क देना पड़ता है।
आपको बता दें भारत और मालदीव के बीच तनाव तब पैदा हुआ जब हाल ही में मालदीव में चुनी गई मुइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लक्षद्वीप यात्रा को लेकर आपत्तिजनक बयानबाजी की। भारत के आम लोगों के साथ, बॉलीवुड सितारे, राजनेता और सरकार ने इसकी खूब आलोचना की। मालदीव पर्यटन पर जाने वाले भारतीय पर्यटकों ने अपनी यात्रा कैंसिल कर दी, भारत की ट्रैवल एजेंसियों ने मालदीव की फ्लाइट बुकिंग रद्द कर दी। भारत सरकार ने मालदीव के राजदूत को तलब किया। लोगों ने बॉयकॉट मालदीव नाम से एक अभियान शुरू कर दिया। बढ़ते विवाद को देखते हुए मालदीव सरकार ने अपनी तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया।
आपको बता दें नागपुर के टाउनहॉल में भारत मालदीव के बीच बिगड़ते तनाव के सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा 'राजनीति तो राजनीति है। मैं गारंटी नहीं दे सकता कि हर देश में हर कोई हर समय हमारा समर्थन करेगा या हमसे सहमत होगा।' उन्होंने आगे कहा, 'हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं, वो है देशों के साथ संपर्क को मजबूत बनाना। हम काफी हद तक सफल हुए हैं। हमने पिछले 10 सालों में कई देशों से अच्छे संबंध बनाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजनीति उतार-चढ़ाव वाली हो सकती है, लेकिन उस देश के लोगों की भारत के प्रति अच्छी भावनाएं हैं और वे अच्छे संबंध रखने के महत्व को समझते हैं। इसके अलावा, उन्होंने अन्य देशों में बुनियादी ढांचे के विकास में भारत की भागीदारी का भी उल्लेख किया।
महाराष्ट्र के दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने नागपुर में कहा, दुनिया में कोई भी बड़ा मसला भारत से सलाह-मशविरा किए बिना तय नहीं होता। हम बदल गए हैं और हमारे बारे में दुनिया का नजरिया बदल गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव के कुछ मंत्रियों की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि मालदीव की मुइज्जू सरकार ने मंत्रियों से पल्ला झाड़ते हुए उन्हें निलंबित कर दिया, साथ ही विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया। मुइज्जू सरकार को तीखी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। विपक्ष, सरकार के बाद अब पर्यटन विभाग ने भी मंत्रियों को लताड़ लगाई। विपक्ष ने भारत विरोधी नीति के लिए मौजूदा सरकार को घेरा है। मंत्रियों के बयान से मालदीव के पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक असर भी पड़ा।
मंत्रियों को लताड़ लगाते हुए मालदीव के पर्यटन उद्योग संगठन ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मुइज्जू सरकार के कुछ मंत्रियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए, जिनकी जितनी निंदा की जाए कम है। पर्यटन विभाग ने आगे कहा है कि भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और साथी है।
पर्यटन विभाग ने कहा कि मालदीव के इतिहास में हर संकट की घड़ी में भारत हमारे साथ खड़ा रहा है। हम भारत की सरकार और वहां के लोगों की तरफ से हमारे साथ बनाए गए करीबी रिश्तों के लिए शुक्रगुजार हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप दौरे पर गए, उनके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर साझा हुए। मालदीव की युवा सशक्तिकरण मामलों की उप मंत्री मरियम शिउना ने पीएम मोदी के पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, हालांकि ट्वीट की आलोचना होने के बाद उन्होंने इसे डिलीट भी कर दिया था। मरियम शिउना के साथ ही कुछ और मंत्रियों ने भी गलत टिप्पणी की, जिस पर भारत के लोगों, बॉलीवुड सितारों ने तीखी आलोचना की, भारतीय प्रधानमंत्री पर मालदीव में की गई बयानबाजी को लेकर मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब ने भी मुइज्जु सरकार की आलोचना करते हुए सरकार से माफी मांगनी की बात कही थी। अदीब ने कहा है कि राष्ट्रपति मुइज्जू को पीएम मोदी के पास जाकर इस राजनयिक संकट को सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा भारतीय नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार करने लायक नहीं है।
मामला ने इतना तूल पकड़ा कि कई भारतीय पर्यटनों ने मालदीव की यात्रा को रद्द कर दिया, साथ ही ट्रैवल एजेंसियों ने फ्लाइट बुकिंग को कैंसिल कर दिया। इसे देखते हुए मालदीव पर्यटन विभाग ने मंत्रियों की आलोचना की। मालदीव की सरकार ने मरियम शिउना के साथ ही 3 मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया।