डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नए संसद भवन में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे संसद के पटल पर पेश किया जो कि उनके कार्यकाल का छठवां बजट था। हालांकि ये अंतरिम बजट है, लेकिन आम आदमी को इसमें भी सरकार की ओर से कई बड़ी घोषणाएं होने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, संवैधानिक परंपराओं के चलते अंतरिम बजट में कोई लोकलुभावन घोषणाएं नहीं की जाती हैं। यही कारण रहा कि सरकान ने इस मिनी बजट में किसी तरह की घोषणाएं करने से परहेज किया। इसके बारे में बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखा है। हालांकि, सरकार ने इस बजट में कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही महिलाओं, युवाओं और किसानों से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए फंड जारी किया गया। अपने 57 मिनट लंबे भाषम में वित्त मंत्री देश का पूरा वित्तीय लेखा-जोखा जनता के सामने रखा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नए संसद भवन में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसे संसद के पटल पर पेश किया जो कि उनके कार्यकाल का छठवां बजट था। हालांकि ये अंतरिम बजट है, लेकिन आम आदमी को इसमें भी सरकार की ओर से कई बड़ी घोषणाएं होने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, संवैधानिक परंपराओं के चलते अंतरिम बजट में कोई लोकलुभावन घोषणाएं नहीं की जाती हैं। यही कारण रहा कि सरकान ने इस मिनी बजट में किसी तरह की घोषणाएं करने से परहेज किया। इसके बारे में बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखा है। हालांकि, सरकार ने इस बजट में कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही महिलाओं, युवाओं और किसानों से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए फंड जारी किया गया। अपने 57 मिनट लंबे भाषम में वित्त मंत्री देश का पूरा वित्तीय लेखा-जोखा जनता के सामने रखा।