किसान आंदोलन: ट्रैक्टर ट्रॉली से नहीं, बल्कि बसों और रेलगाड़ियों से दिल्ली जाएंगे किसान, 10 मार्च को देशभर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन
- किसान आंदोलन जारी है- किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल
- 10 मार्च को देशभर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन
- ट्रैक्टर ट्रॉली से नहीं, बल्कि बसों और रेलगाड़ियों से दिल्ली जाएंगे किसान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर किसान संगठन दिल्ली कूच पर आमादा है। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा, ''हमारा दिल्ली कूच करने का कार्यक्रम रोकना नहीं गया है, हम किसान आंदोलन से पीछे नहीं हटे हैं। तय हुआ है कि हम बॉर्डर पर अपनी ताकत बढ़ाएंगे। 6 मार्च को किसान पूरे देश से ट्रेन, बस, हवाई मार्ग से (दिल्ली) आएंगे और हम देखेंगे कि सरकार उन्हें वहां बैठने की इजाजत देगी या नहीं। 10 मार्च को हम 12 बजे से देशभर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन करेंगे।"
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बीते दिन 2 मार्च शनिवार को कहा कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मांगों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 14 मार्च को दिल्ली में ‘किसान महापंचायत’ में 400 से अधिक किसान संघ भाग लेंगे।
सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक एसकेएम ने कहा कि उसने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें सभी किसान संघों और संगठनों के बीच मुद्दा-आधारित एकता की अपील की गई है। इस बीच, किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी रखेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में ‘महापंचायत’ का आयोजन
संयुक्त किसान मोर्चा ने 2020-21 में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था। यह एमएसपी की कानूनी गांरटी, कृषि ऋण माफ करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन का भी नेतृत्व कर रहा है। एसकेएम में शामिल 37 किसान संघों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी प्रस्तावित ‘महापंचायत’ को लेकर शनिवार को एक बैठक की। भारती किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने संवाददाताओं से कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघर्ष जारी रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि 14 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में एक ‘महापंचायत’ आयोजित की जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि देश भर से 400 से अधिक किसान संघ ‘महापंचायत’ में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि किसान प्रतिनिधि ट्रैक्टर ट्रॉली से नहीं, बल्कि बसों और रेलगाड़ियों से दिल्ली जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वे सभी फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी और 2020-21 के आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। एसकेएम ने 22 फरवरी को घोषणा की थी कि वह दिल्ली में ‘महापंचायत’ आयोजित करेगी। इस बीच, किसान नेताओं ने शुभकरण सिंह की मौत के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा दर्ज की गई ‘जीरो’ प्राथमिकी को भी खारिज कर दिया। पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा पर 21 फरवरी को हुई झड़प में शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी और लगभग 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए।