चांद पर भूकंप! चंद्रयान 3 ने रिकॉर्ड की प्राकृतिक घटना, इसरो ने शुरू की जांच

  • चांद पर भूकंप या फिर कुछ और?
  • चंद्र भूकंपीय गतिविधि पेलोड (आईएलएसए) ने रिकॉर्ड की घटना
  • जांच में जुटा इसरो

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-31 17:44 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत का चंद्रयान 3 चांद पर कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटा रहा है। इसका रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर लगातार खोजबीन कर रहा है। इस बीच इसरो ने एक और बड़ी जानकारी शेयर की है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर एजेंसी ने बताया कि रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों के अलावा भी कुछ और भी रिकॉर्ड किया गया है।

इसरो ने लिखा, " इन सीटू वैज्ञानिक प्रयोग के दौरान चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर पर लगे चंद्र भूकंपीय गतिविधि पेलोड (आईएलएसए) ने रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया है। इसके अलावा, इसने 26 अगस्त 2023 को एक प्राकृतिक प्रतीत होने वाली घटना को रिकॉर्ड किया है।"

सोर्स की जा रही जांच

इसरो के मुताबिक 'इस घटना के सोर्स की जांच की जा रही है। एजेंसी ने बताया कि आईएलएसए पेलोड चंद्रमा पर पहला माईक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम टेक्नोलॉजी बेस्ड उपकरण है। जिसका निर्माण एलईओएस, बैंगलोर द्वारा डिजाइन और कार्यान्वित किया गया है और तैनाती तंत्र यूआरएससी, बैंगलोर द्वारा इसे विकसित किया गया है।' अपने एक्स पोस्ट में इसरो ने रोवर की एक्टीविटीज से जुड़ा एक चार्ट भी शेयर किया है।

बता दें कि चार पेलोड्स रंभा, चास्टे, इल्सा और एरे अहम जानकारी जुटाने के चंद्रयान के साथ चंद्रमा पर भेजे गए हैं। बात करें आईएलएसए की तो इसका प्रमुख उद्देश्य मिशन के दौरान चांद पर प्राकृतिक भूकंपों और कृत्रिम घटनाओं के जरिए पैदा हुए सतह के कंपन को मापना है। इसरो ने बताया कि आईएलएसए ने 26 अगस्त को इसी तरह का भूकंपन रिकॉर्ड किया है। अब इसके बारे में जांच की जा रही है और पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह भूकंप था या फिर कुछ और?

खोज में मिला सल्फर

इससे एक दिन पहले इसरो ने अपने एक्स पोस्ट में बताया था कि,' प्रज्ञान पर लगे अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप उपकरण ने एक अलग तकनीक का उपयोग करके चांद पर सल्फर के साथ-साथ अन्य कई छोटे तत्वों की मौजूदगी होने का भी पता लगाया है।' एजेंसी ने अपने पोस्ट में कहा, 'चंद्रयान की यह खोज वैज्ञानिकों को क्षेत्र मे गंधक के स्त्रोत के लिए नए स्पष्टीकरण विकसित करने के लिए विवश करती है : ?आतंरिक?ज्वालमुखीय?उल्कापिंड......?'

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