राम मंदिर उद्घाटन: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से कांग्रेस नेताओं की दूरी के बीच, कर्नाटक के सीएम ने राज्य में राम मंदिर का किया उद्घाटन
- अयोध्या में राम मंदिर की हुई प्राण प्रतिष्ठा
- पीएम समेत कई नामचीन चेहरे हुए शामिल
- कर्नाटक सरकार का भी बड़ा आयोजन
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। लंबे इंतजार के बाद आज अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में विराजे रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सहित 6 लोगों ने विधि विधान के साथ रामलला का अनुष्ठान संपन्न किया। इस कार्यक्रम में जहां देश से लेकर दुनियाभर के कई नामचीन चेहरों शामिल हुए। तो वहीं, कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने राम मंदिर कार्यक्रम में जाने से साफ मना कर दिया था।
हालांकि, हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस पार्टी के नेता विक्रमादित्य सिंह निजी तौर पर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। इधर, इस पावन दिन पर कर्नाटक में राज्य के मुख्यमंत्री एम. सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के एक राम मंदिर का उद्धाटन करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु के महादेवपुरा में उद्धाटन समारोह में कहा, " मैंने आज श्री रामचंद्र मंदिर का उद्धाटन किया है। इस इलाके के लोगों ने मुझे कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। इसलिए यहां आया हूं। हनुमान जी की एक बड़ी प्रतिमा भी यहां लगाई गई है।"
असम के मंदिर में राहुल गांधी के प्रवेश पर लगी रोक
वहीं, भारत जोड़ो न्याया यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को राम मंदिर पर बयानबाजी करते हुए नजर आए। आज यानी 22 जनवरी के दिन राहुल गांधी असम के बटाद्रवा मंदिर में पूजा के लिए जा रहे थे। हालांकि, उन्हें प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं दी गई। इस बात को लेकर राहुल गांधी सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने उनके साथ सड़क पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। इस बीच वह रघुपति राघव राजा राम भजन भजते हुए भी दिखाई दिए। साथ ही, पार्टी नेता जयराम रमेश और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके साथ यह भजना गाना शुरू कर दिया। इस दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज देश में केवल एक ही व्यक्ति को मंदिरों में जाने की अनुमति दी जा रही है।
बंगाल में ममता बनर्जी ने निकाली रैली
असम के मंदिर में प्रवेश पर नो एंट्री को लेकर राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा कि आखिर मैंने ऐसा कौन सा अपराध किया है ? इसके साथ ही उन्होंने असम की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें मंदिर पहुंचने से 15 किलोमीटर पहले प्रशासन ने रोक दिया है। इधर, आज अयोध्या में हुई रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन विपक्ष के नेता विभिन्न धार्मिक कार्यों में व्यस्त दिखाई दिए। इस क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य में सर्वधर्म समभाव रैली का आयोजन किया। उनके नेतृत्व में शुरू हुई इस यात्रा के अंतर्गत राज्य में मंदिरों के अलावा मस्जिद, चर्चा और गुरुद्वारों से होते हुए भी गुजरेगी। यात्रा शुरु करने से पहले उन्होंने कालीघाट मंदिर में पूजा अर्चना की।