काशी विश्वनाथ गेट विवाद: मंदिर में नया प्रवेश गेट लगाने पर एक समुदाय ने जताई आपत्ति, परिसर के बाहर सुरक्षा बलों की हुई तैनाती, जानें पूरा मामला
- काशी विश्वनाथ मंदिर में नए गेट पर छिड़ा विवाद
- नया गेट लगाने पर एक समुदाय ने किया विरोध
- मंदिर के बाहर सुरक्षाबलों की हुई तैनाती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में गुरुवार दोपहर परिसर के बाहर एक अस्थायी गेट लगाने पर मुस्लिम पक्ष की ओर से विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था। मामले में विवाद बढ़ता देख अंजुमन इंतजार में मसाजिद के सदस्य नमाजी परिसर भी पहुंच गए।
सुरक्षा बलों की तैनाती
इस विवाद के दौरान शांति व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर प्रशासन ने मंदिर परिसर के बाहर सुरक्षाकर्मी और स्थानीय पुलिस प्रशासन की तैनाती करवाई है। मंदिर के गेट नंबर 4 के ठीक बगल में लगाए जा रहे अस्थायी गेट के निर्माण कार्य को टाल दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 के ठीक बगल में एक अस्थायी गेट लगाया जा रहा था। दरअसल, मंदिर में आने वाली प्रमुख तिथि और पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ के प्रवेश को सरल बनाने के लिए इस गेट का लगाया जा रहा था। बता दें, इस अस्थायी गेट को जिस जगह लगाया जा रहा था, उधर से ज्ञानवापी मस्जिद में जाने के लिए नमाजी भी जाते हैं।
दोनों पक्ष बैठकर निकालेंगे हल
इस वजह से मुस्लिम पक्ष की ओर से गुरुवार दोपहर को मंदिर प्रशासन के अस्थायी गेट लगाने के निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई गई है। न्यूज चैनल एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान अंजुमन इतजामिया मस्जिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमें मालूम हुआ है कि गेट नंबर 4 के ठीक बगल में एक अस्थायी गेट को लगाया जा रहा है। जिसके बाद हमने इस पर सख्त रूप से आपत्ति जताई है। हमें संदेह है कि 31 जनवरी की तरह सोची समझी साजिश के तहत इस निर्माण कार्य के जरिए मस्जिद में हमारे प्रवेश पर बाधा जा सकती है। मंदिर प्रशासन की ओर से इस तरह के निर्माण कार्य को दूसरे पक्ष की ओर से अनुचित माना जाएगा।
इस मामले में हो रहे विरोध को देखते हुए मंदिर परिसर के बाहर सुरक्षाकर्मी और स्थानीय पुलिस की तैनाती करवाई थी। इस दौरान प्रशासन की ओर से मुस्लिम पक्ष को समझाया गया। विरोध को देखते हुए कार्य को स्थागित कर दिया गया है। इस बारे में मोहम्मद यासिन ने कहा कि इस मुद्दे पर मंदिर प्रशासन के साथ शांति से बातचीत करेंगे। फिलहाल, मंदिर प्रशासन ने गेट लगाने के कार्य को रोक दिया है। दोनों पक्ष की एक साथ बैठक होने के बाद ही मुद्दे का हल निकाला जाएगा।