Mumbai News: श्मशान भूमि में लकड़ी की बजाय गोकाष्ठ के इस्तेमाल पर अध्ययन के लिए समिति
- अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी के बजाय गोकाष्ठ के इस्तेमाल पर विचार
- अध्ययन के लिए समिति बनाई
Mumbai News : प्रदेश के महानगर पालिका और नगर पालिका क्षेत्र की श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी के बजाय गोकाष्ठ के इस्तेमाल के लिए अध्ययन समिति गठित की गई है। गोबर से तैयार लकड़ी को गोकाष्ठ कहा जाता है। राज्य सरकार ने नवी मुंबई के बेलापुर स्थित नगर परिषद प्रशासन निदेशालय के आयुक्त तथा निदेशक मनोज रानडे की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है। शुक्रवार को राज्य के नगर विकास विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी किया है। इसके मुताबिक समिति को मनपा और नगर पालिका क्षेत्र की श्मशान भूमि में लकड़ी के ऐवज में गोकाष्ठ के इस्तेमाल, उसकी उपलब्धता और खर्च, पर्यावरण और वातावरण में होने वाले परिणाम, सामाजिक परिणाम, कानूनी प्रावधान और अदालतों के फैसलों के बारे में अध्ययन करके रिपोर्ट तैयार करना होगा।
इसके साथ ही समिति को राज्य में मृतकों के अधिकारों के संरक्षण के लिए स्थानीय निकायों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाना होगा। सरकार ने समिति को अगले दो महीने में सिफारिशों के साथ रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। इससे पहले अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का इस्तेमाल बंद करके गोकाष्ठ के उपयोग के संबंध में राज्य मानव अधिकार में याचिका दाखिल किया गया था। इसके बाद सरकार ने मृतकों के अधिकारों के संरक्षण के लिए एसओपी बनाने के संबंध में समिति का गठन किया था। लेकिन अब सरकार ने समिति को गोकाष्ठ के इस्तेमाल पर अध्ययन करने की भी जिम्मेदारी दी है।