बारिश के मौसम में बढ़ रहा है आई फ्लू का खतरा, जानिए क्या हैं इसके कारण, लक्षण और बचाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में भारी बारिश के चलते दिल्ली- एनसीआर, मध्य प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में आई फ्लू के केसेस लगातार बढ़ रहे हैं। आई फ्लू को मेडिकल भाषा में पिंक आई या फिर कंजक्टिवाइटिस कहा जाता है। आई फ्लू आंखो की एक बीमारी है जिसे आम भाषा में आंख आना भी कहा जाता है। बारिश के दौरान तापमान गिरने और नमी की वजह से बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी बढ़ने लगती है। ये एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन का कारण बन जाते हैं। जिससे आंखों में तेज जलन के साथ ही खुजली आदि समस्या होने लगती है। इस इंफेक्शन की वजह से आंखों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस मौसम में आंखों को सुरक्षित रखना बेहद जरुरी है। तो ऐसे में जानना बेहद जरुरी है कि, इस फैलते आई इंफेक्शन का कारण क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है-
कंजक्टिवाइटिस क्या है
कंजक्टिवाइटिस एक तरह का इंफेक्शन है जो कंजक्टिवा की सूजन की वजह से बनता है। जो हमारी आंख का सफेद भाग और पलक के अंदर को कवर करने वाली एक पतली नाजुक झिल्ली होती है।
आई फ्लू के लक्षण
1. आंख का सफेद भाग लाल या गुलाबी रंग का हो जाता है।
2. आंखों में खुजली, चुभन या जलन होना
3. आंखों की पलकों में सूजन होने लगती है और आंखों से पानी आने लगता है।
4. जब आप प्रकाश में आते हैं तो आपको ऐसा महसूस होता है, जैसे आंखों में कुछ चुभ रहा है।
5. आंखें धुंधली होना या कुछ भी आसानी से दिखाई न देना।
6. सुबह उठते समय आंखें चिपक जाना
7. आंखों के आसपास डिस्चार्ज या पपड़ी भी हो सकती है।
आई फ्लू से कैसे बचें
आई फ्लू का कारण बनने वाले बैक्टीरिया या वायरस को फैलने से रोकने के लिए
1. अपनी आंखों को गंदे हाथों से छूने से बचें।
2. अपने हाथ को बार - बार साबुन और पानी से धोएं।
3. तौलिये, मेकअप ब्रश, कॉन्टैक्ट लेंस या चश्मा जैसी पर्सनल सामान को शेयर करने से बचें।
4. अगर आप बाहर जा रही हो तो काला चश्मा पहन कर जाएं।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।