नाखूनों का बदल रहा है रंग, तो इस बीमारी के हो सकते है लक्षण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल के दौर में लोग अक्सर अपने चेहरे और शरीर के प्रमुख अंगो को सुंदर दिखाने के लिए तरह तरह के प्रोडक्ट्स आजमाते हैं। लेकिन इन सब के बीच नाखूनों का ख्याल रखना कहीं पीछे छूट जाता है। यही वजह है कि पैर के नाखूनों में हमें अक्सर फंगस लगी हुए देखने को मिल जाती है। इसकी वजह से आमतौर पर नाखून का रंग बदलने लगता है और वह पीले पड़ने लगते हैं। अगर इसे शुरूआती स्टेज पर ही क्योर न किया जाए तो फिर यह बड़ा रूप ले सकता है और जिससे हमें परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि, कुछ घरेलू इलाजों से हम इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी और इसको ठीक करने के कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में-
क्या है ऑनिकोमाइकोसिस?
इस बीमारी को साइंस की भाषा में ऑनिकोमाइकोसिस कहते है। इसमें फंगस लगे नाखूनों का आकार असामान्य होता है, लेकिन उनमें खुजली या दर्द नहीं होता है। हल्के इन्फेक्शन में, नाखूनों पर सफेद या पीले रंग के धब्बे होते हैं। नाखून की सतह के नीचे धीरे-धीरे चॉक जैसा सफेद दाग फैल सकता है। अधिक गंभीर स्थिति में, नाखून मोटे हो जाते हैं और फीके दिखाई देने लगते हैं। वे नाखून के बेस से अलग हो सकते हैं। आमतौर पर, संक्रमित नाखून का टुकड़े इसके खाली साइड के नीचे जमा हो जाते है।
क्या हैं घरेलू उपाय
नाखून में फंगस लग जाने की स्थिति में अक्सर लहसुन इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। साइंस के मुताबिक, लहसुन में एंटी फंगल गुण होते हैं, जो फंगस को शुरूआती स्टेज पर ही खत्म करने में मदद करता है। इस समस्या से जूझ रहे लोगों को रोज आधे घंटे लहसुन को काटकर फंगस वाले नाखूनों पर लगाने से उन्हें आराम मिल सकता है। इसके अलावा लिस्ट्रीन माउथवाश में भी पैर को डुबोए रखने से फंगस की दिक्कत खत्म हो सकती है। एप्पल साइडर विनेगर भी इस बीमारी का एक अच्छा उपाय माना जाता है जिसें एक कप एप्पल साइडर विनेगर में दो कप गुनगुना पानी मिलाकर 20 मिनट तक उसमें अगूंठे को भिगोकर रखने से राहत मिलती है।
लेकिन कई मामलों में नाखूनों में फंगस डॉयबिटीज या किन्हीं अन्य कारणों से भी लग जाती है। ऐसी परिस्थिति में डॉक्टरों से परामर्श लेना बेहतर रहेगा, बजाय कि घरेलू उपचार पर निर्भर रहने के। हालांकि यह घरेलू नुस्खे सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है और कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट की रॉय लेना सही होगा।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।