पितृ पक्ष 2024: पितृ पक्ष में गलती से भी ना करें इन वस्तुओं को दान, पितृ हो सकते हैं नाराज
- पितृ पक्ष 17 सितंबर से हुए शुरू
- ध्यान से चीजें करें दान
- इन बातों का रखें ध्यान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पितृ पक्ष 17 सितंबर से शुरू हो चुके हैं। इनका समापन 2 अक्टूबर, सर्वपितृ अमावस्या के दिन होगा। धार्मिक मान्याताओं के मुताबिक, पितृ पक्ष में दान का बहुत महत्व होता है। जिससे पितृों का आशीर्वाद मिलता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के इन 15 दिनों में अपने पितृों के नाम का दान करना जरूरी होता है। साथ ही आपको जरूर दान करना चाहिए जिससे महापुण्य की प्राप्ति प्राप्त हो। लेकिन दान करने से पहले ये पता होना बहुत जरूरी है कि क्या दान करना चाहिए और क्या नहीं। चलिए जानते हैं कि उन चीजों के बारे में जिनको दान स्वरूप में नहीं देना चाहिए।
लोहे के बर्तन
पितृ पक्ष में लोहे के बर्तन दान में नहीं देने चाहिए। इसकी जगह पर आप पीतल, सोने और चांदी के बर्तनों को दान में दे सकते हैं।
चमड़े की वस्तुएं
पितृ पक्ष में चमड़े से बनी वस्तुओं का दान और इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में चमड़े का प्रयोग बहुत ही ज्यादा अशुभ माना जाता है।
पुराने कपड़े
पितृ पक्ष में आपको पुराने कपड़ों को भी दान में नहीं देना चाहिए। क्योंकि इसको देना भी अच्छा नहीं माना गया है। पितृ पक्ष में हमेशा नए कपड़े ही दान में देने चाहिए।
काले कपड़े
पुराने कपड़ों के अलावा हमें काले कपड़े भी दान में नहीं देने चाहिए। हिंदु मान्याताओं के मुताबिक, पूजा में और सभी अनुष्ठानों में काले रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसको अशुभ माना जाता है। पितृ पक्ष में काले रंग के कपड़ों को दान में नहीं देना चाहिए।
तेल
पितृ पक्ष में किसी भी प्रकार का तेल दान में नहीं देना चाहिए। पितृ पक्ष में खास तौर पर सरसों के तेल को दान में देना ही नहीं चाहिए।
बचा हुआ खाना
पितृ पक्ष में पितृों को ताजा और शुद्ध खाना ही देना चाहिए। पितृों को गलती से भी झूठा और बचा हुआ खाना नहीं देना चाहिए। इससे पितृ नाराज हो जाते हैं।