अटपटे जीवन के साथ, मां की कुछ चटपटी कहावतें..
मदर्स डे स्पेशल अटपटे जीवन के साथ, मां की कुछ चटपटी कहावतें..
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आप सभी को अपने जीवन में सबसे ज्यादा प्यार तो मिला ही होगा। यकीनन वो प्यार आपको अपनी मां से ही मिला होगा। मां ही एक ऐसी शक्स होती है जो आपको सबसे ज्यादा प्यार देती है। उसके ममत्व की छांव में व्यक्ति बड़ी से बड़ी परेशानी को आसानी से झेल जाता है। लेकिन मां के प्यार के साथ ही आपने उनकी डाट भी जरूर सुनी होगी। गुस्से से उनके मुंह से निकलने वाले वे डॉयलाग भी आपको याद ही होंगे। तो आइए मां के उन सभी डॉयलाग को फिर याद करके उन पलों को जीने का प्रयास करते हैं।
1. "उठ जा.., दिन सर पर चढ़ गया..।"
2. "तू घर आ फिर तुझे बताती हूं.
3. "यह घर है कोई धर्मशाला नहीं... कुछ काम भी कर लिया करो।"
4. "आग लगे तेरे फोन में, घुस जा उसी में.. "
5. "इतना दिमाग पढ़ाई में लगाया होता तो पता नहीं आज कहां होता"
6. "चार लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे..."
7. "जब मैं तुम्हारी उम्र की थी तो...."
8. "रूक तेरे पापा को आने दे....."
9. " जब तू मां बनेगी तब तुझे पता चलेगा.."
10. "मैं तुम्हारी मां हूं मुझे सब पता है।"
मां से ज्यादा प्यार कोई नहीं कर सकता है लेकिन, आपको कहीं न कहीं अपनी मां के इन शब्दों का सामना जरूर करना पड़ा होगा। इस परेशानी भरी जिंदगी में मां के इन प्यारे और अटपटी कहावते हर किसी ने सुनी होती हैं। किसी न किसी काम की वजह से आपको अपनी मां से ये डॉयलाग जरूर सुनना पड़ा होगा। मां के इन शब्दों में डांट के साथ अटूट प्यार छुपा होता है।