8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, जानिए इस साल की थीम और इतिहास 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, जानिए इस साल की थीम और इतिहास 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-26 11:03 GMT
8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, जानिए इस साल की थीम और इतिहास 

डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। समाज और देश की उन्नति में औरतों का विशेष योगदान है। पहले पुरुषों को महिलाओं से ज्यादा सम्मान दिया जाता है। लेकिन अब धीरे धीरे सब बदल रहा है। महिलाएं भी हर फिल्ड में आगे आ कर राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं। खेल जगत से लेकर मनोरंजन जगत तक और राजनीति से लेकर रक्षा तक में महिलाएं बड़ी भूमिका में हैं। हर साल महिलाओं की भागीदारी को हर क्षेत्र में बढ़ावा देने और महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस स्पेशल डे को सेलिब्रेट करने का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबर का दर्जा प्राप्त हो। महिला दिवस को आने में कुछ ही दिनों का समय बाकि है तो चलिए जान लेते है  इसका इतिहास और इस साल की थीम क्या है- 

क्यो मनाया जाता है महिला दिवस
महिला दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करना है। उन्हें पुरूषों के बराबर सम्मान दिलाना। महिला दिवस के मौके पर दुनियाभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना, समाज में पुरुषों के बराबर सम्मान, कार्य के समान अवसर प्रदान करना है। समाज में फैले महिलाओं के प्रति असमानताओं को दूर करने के लिए भी यह एक खास पहल है। 

महिला दिवस का इतिहास
बता दें कि, 1908 में अमेरिका में एक मजदूर आंदोलन हुआ था। इस मजदूर आंदोलन में करीब 15 हजार महिलाएं शामिल हुई थी जो न्यूयाॅर्क की सड़कों पर अपने अधिकारों की मांग करने के लिए उतरी थी। कामकाजी महिलाओं की मांग थी कि उनकी नौकरी के घंटे कम किए जाएं और वेतनमान बढ़ाया जाए। इसके अलावा इस आंदोलन में महिलाओं को मतदान का अधिकार देने की भी मांग की गई। जब सरकार के कानों में कामकाजी महिलाओं की आंदोलन की आवाज पहुंची, तो एक साल बाद 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने महिला दिवस मनाने का एलान किया। बाद में 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल किया। बाद में सम्राट निकोलस ने अपना पद त्याग दिया और महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला।  यूरोप की महिलाओं ने भी कुछ दिन बाद 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स का समर्थन करते हुए रैलियां निकाली। इस कारण 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत हो गई।

महिला दिवस 2023 थीम
इस दिन को हर साल एक नई थी के साथ सेलिब्रेट किया जाता है।  इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम 'एम्ब्रेस इक्विटी' रखी गई है। इसका अर्थ है लैंगिक समानता पर ध्यान देना। वहीं महिला दिवस 2022 की थीम 'जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो' था। इस थीम से आशय एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता से है।

Tags:    

Similar News