क्या है रोज डे, जानिए इस खास दिन को मनाने के पीछे की सच्ची कहानी
वैलेंटाइन वीक क्या है रोज डे, जानिए इस खास दिन को मनाने के पीछे की सच्ची कहानी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कहते हैं अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो उसे फूल जरूर देना चाहिए क्योंकि कई बार फूल वो बातें कह जाते हैं जो आपकी जुबां कह नहीं पाती। सालों से हमारे यहां लोगों को फूल भेजने की प्रथा रही है, दरअसल फूल खूबूसरत, मनमोहक और सुंगधित होते हैं। ठीक ऐसे ही रिश्ते की कल्पना हर इंसान अपने जीवन में करता है। प्यार की भावनाएं कोमल होती हैं इसलिए उन्हें बहुत संभालकर सहेजा जाता है, इसलिए अपनी मोहब्बत का इजहार करने के लिए लोग गुलाब के फूलों का प्रयोग करते है और यही कारण है कि वैलेंटाइन वीक की शुरुआत "रोज-डे" यानी कि 7 फरवरी से होती है।
वैसे तो प्यार जैसी किसी भी भावनाओं का इजहार करने के लिए किसी विशेष दिन की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन चूंकि यह प्यार के त्योहार का पहला दिन होता है, यही कारण है कि रोज-डे की अहमियत बहुत ज्यादा होती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोज डे मनाने के पीछे क्या कहानियाँ है? अगर नहीं तो आज हम आपको बताते हैं-
दरअसल रोज डे मनाने को लेकर एक कहानी बताई जाती है। ग्रीक माइथोलॉजी बताती है कि प्रेम की देवी Venus का गुलाब पसंदीदा फूल हैं। अगर आप ROSE के अक्षरों को सही तरीके से व्यवस्थित करे तो यह "EROS" बन जाता है जो ग्रीक माइथोलॉजी के अनुसार प्रेम के देवता है।
तो वही रोज-डे को लेकर एक और कहानी बेहद प्रचालित है, कहा जाता है कि मुगल शासक जहांगीर की खास बेगम नूरजहां को लाल गुलाब बेहद प्रिय थे। कहते हैं कि नूरजहां को खुश करने के लिए उनके शौहर जहांगीर रोजाना टनों के हिसाब से ताजे गुलाब उनके महल भेजा करते थे।
अगर आपको भी है सच्चे प्यार की तालाश है तो आप भी प्यार की नदियां में गोते लगाने को हो जाए तैयार क्योंकि रोज-डे के साथ वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो चुकी है तो आप जिसे भी लंबे समय से चाहते हैं और अपने प्यार का इजहार नहीं कर पा रहे हैं तो जाइये एक फूलों का गुलदस्ता खरीदिए और अपने प्यार का इजहार कर दीजिए।