करवाचौथ पर है सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व, जानिए प्रत्येक श्रृंगार के पीछे का रहस्य
करवाचौथ 2021 करवाचौथ पर है सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व, जानिए प्रत्येक श्रृंगार के पीछे का रहस्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। करवाचौथ हिंदू धर्म के खास पर्व में से एक है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन वह सोलह श्रृंगार कर मां करवा की पूजा करती हैं और रात्रि में चांद के दर्शन करती हैं। करवाचौथ के व्रत के दिन सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है। सोलह श्रृंगार को सुहाग से जोड़ा गया है। वेदों के अनुसार सोलह श्रृंगार केवल खूबसूरती को ही नहीं दर्शाता, बल्कि यह भाग्य को भी चमकाता है। सोलह श्रृंगार का सीधा संबंध परिवार की सुख समृद्धि से माना जाता है।
1 सिंदूर
हिंदू धर्म में सिंदूर को सुहाग का प्रतिक माना गया है। माना जाता है कि विवाहित महिलाओं के सिंदूर लगाने से उनके पति की आयु में वृद्धि होती है। करवाचौथ के दिन महिलाएं व्रत रखकर सोलह श्रृंगार करती हैं और अपनी मांग को सिंदूर से सजाती हैं।
2 काजल
सोलह श्रृंगार में काजल भी उपयोग किया जाता है। कहा जाता है कि यह महिलाओं को बुरी नजर से बचाता है। करवाचौथ पर महिलाएं अपने सोलह श्रृंगार में काजल को भी शामिल करती हैं।
3 मेहंदी
मेहंदी के बिना कोई भी श्रृंगार को हमेशा अधुरा माना जाता है। कोई भी खास दिन हो महिलाएं अपने श्रृंगार में मेहंदी को हमेशा शामिल करती हैं।
4 लाल जोड़ा
करवाचौथ के दिन लाल जोड़े को पहनना शुभ माना जाता है। महिलाएं करवाचौथ के दिन जोड़ा पहनकर पूजा में शामिल होती हैं।
5 गजरा
कहा जाता है कि गजरा सोलह श्रृंगार की शान को बढ़ाता है। एक छोटा-सा मोगरे का गजरा करवाचौथ के दिन सोलह श्रृंगार में शामिल किया जाता है।
6 मांग टीका
मांग के टिके को सोलह श्रृंगार में शामिल किए जाने कि एक खास वजह बताई जाती है। कहा जाता है कि नववधु को मांग का टिका पहनाने से वधु जीवनसाथी के साथ सही और सीधे रास्ते पर चलती है।
7 नथ
महिलाओं के लिए नाक के आभूषण का विशेष महत्व बताया गया है। विवाहित महिलाओं को नाक में नथ पहनना अनिवार्य माना जाता है। इसे सुहाग की निशानी से जोड़ा गया है।
8 झुमके
झुमके को सोलह श्रृंगार में शामिल करने के पिछे खास महत्व है। कहा जाता है कि सुहागन स्त्री को झुमके पहनाने का अर्थ है कि वह अपने परिवार की बुराई सुनने और करने से दूर रहना चाहिए।
9 मंगलसूत्र
मंगलसूत्र को सोलह श्रृंगार में सबसे अहम और बेहद खास माना जाता है। कहा जाता है कि मंगलसूत्र के काले मोती महिलाओं को लोगों की बुरी नजर से बचाए रखता है। इसे सुहाग की प्रमुख निशानी माना गया है।
10 बाजूबंद
करवाचौथ पर महिलाएं बाजूबंद को अपने हाथ में बांधती हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से परिवार के धन की रक्षा होती है।
11 चुड़ियां
महिलाए करवाचौथ पर खास तौर पर हरे और लाल रंग की चुड़िया पहनती है। लाल रंग की चुड़ियां सुहाग की निशानी होती है जबकि हरे रंग की चुड़ियां परिवार की समृद्धि का प्रतिक होती हैं।
12 कमरबंद
कमरबंद विवाहित महिलाएं पहनती हैं। कमरबंद मे चाबी का गुच्छा भी लटकाया जाता है, यह दर्शाता है कि घर में आई बहु अब ग्रह की स्वामिनी है।
13 बिछुआ
विवाह के बाद महिलाओं को बिछुआ पहनना अनिवार्य बताया गया है। बिछुआ पहनने के बाद माना जाता है कि महिलाएं अपने गृहस्थ जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का हिम्मत से सामना करेंगी। बिछुआ भी सुहाग की निशानी मानी जाती है। करवाचौथ पर महिलाएं चांदी का बिछुआ पहनती हैं।
14 पायल
पायल से पैरों की सुंदरता बढ़ती है। चांदी की पायल को पहनना बेहद शुभ माना गया है। करवाचौथ के दिन महिलाएं आभूषणों में पायल भी पहनती हैं।
15 बिंदी
महिलाएं अपने माथे के बीचों-बीच बिंदी लगाती हैं। कहा जाता है कि करवाचौथ के दिन बिंदी लगाने से महिलाओं के भाग्य में वृद्धि होती है।
16 महावर
करवाचौथ के दिन महिलाएं महावर को भी सोलह श्रृंगार में शामिल करती हैं। महावर को आलता भी कहते हैं इसे महिलाएं खास त्यौहारों पर लगाती हैं। महावर को सुहाग की निशानी माना जाता है। महावर महिलाओं के श्रृंगार की शोभा बढ़ाता है।