नेशनल डॉक्टर्स डे 2019: जानिए क्यों मनाते हैं भारत में डॉक्टर्स डे
नेशनल डॉक्टर्स डे 2019: जानिए क्यों मनाते हैं भारत में डॉक्टर्स डे
डिजिटल डेस्क। मानव जीवन में डॉक्टर का महत्व हर किसी को पता होता है, जब भी हम-आप बीमार होते हैं तो सबसे पहले डॉक्टर का ख्याल आता है। जो बड़ी से बड़ी बीमारी को भी ठीक करने की क्षमता रखते हैं और मरीज को ठीक कर परिवार को उसकी खुशी लौटाते हैं। तभी डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है और इसलिए डॉक्टर को धन्यवाद करने के लिए भारत में एक जुलाई को डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। इस दिन का अर्थ उन्हें अपनी निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मान देना है। सिर्फ डॉक्टर ही नहीं, यह दिन चिकित्सा उद्योग और उसकी उन्नति के लिए भी मनाया जाता है। प्रौद्योगिकी के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के डॉक्टरों के प्रयास भारत में अथक रहे हैं और यह दिन उन उपलब्धियों को दर्शाता है।
दुनिया भर के कई देशों में अलग-अलग समय पर डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। भारत में, यह 1 जुलाई को मनाया जाता है क्योंकि यह भारत के सबसे प्रसिद्ध चिकित्सकों में से एक, डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जन्म और पुण्यतिथि है। इसे महान चिकित्सक के सम्मान के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1991 में शुरू किया गया था।
इन देशों में अलग-अलग दिन पर मनाया जाता है डॉक्टर्स डे
अन्य देशों में डॉक्टर्स डे अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है, जैसे ब्राजील में, यह 18 अक्टूबर को मनाया जाता है, जबकि अमेरिका में, यह 30 मार्च को मनाया जाता है। अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में 30 मार्च को वर्ष 1933 में पहली बार डॉक्टर दिवस मनाया गया था। इसमें चिकित्सकों को कार्ड भेजना और मृत डॉक्टरों की कब्रों पर फूल चढ़ाना शामिल था।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के दूारा नेशनल डॉक्टर्स डे पर इस बार की थीम "डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा और नैदानिक स्थापना के लिए शून्य सहिष्णुता" रखी गई है।