जानिए भारत की उन जगहों के बारे में जहां बड़े ही अनोखे अंदाज में मनाया जाता है हाली त्यौहार
होली स्पेशल जानिए भारत की उन जगहों के बारे में जहां बड़े ही अनोखे अंदाज में मनाया जाता है हाली त्यौहार
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। होली को आने में अब कुछ ही दिनों का समय बाकी है। इस साल होली का त्यौहार 8 मार्च के पूरे देश में मानाया जाएगा। रंगों के इस त्यौहार को हर शहर में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। भारत परंपराओं और रीति रिवाजों का देश है यहां हर राज्य का अपना अलग कल्चर और रीति रिवाज है। ऐसे में हर राज्य में त्यौहारों के अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। आज हम आपको भारत के कुछ शहरों के बारे में बताएं जहां अनोखे अंदाज में होली का त्यौहार मनाया जाता है। साथ ही आपको एक बार जरुर इन शहरों की होली को देखना चाहिए।
वृंदावन
वृंदावन का बाके बिहारी मंदिर रंगों के त्यौहार होली के लिए चर्चित है। यहां बड़े ही शानदार तरीके से होली का त्यौहार मनाया जाता है। यहां देश विदेश से लोग होली देखने आते हैं। कहा जाता है कि, भगवान कृष्ण इस मंदिर में सफेद पोशाक में आए थे और उन्होंने वहां से अपने सभी भक्तों के ऊपर गुलाल और फूलों की वर्षा की थी। इसी प्रथा को आगे बढ़ाते हुए बांके बिहारी के पुजारी मंदिर में आए सभी श्रद्धालुओं पर पुष्प और गुलाल फेंकते हैं। और कृष्ण जी के गाने गुनगुनाते हैं और डांस करते हैं।
बरसाना
बरसाना की लठ्ठ मार होली देश विदेशों में सबसे ज्यादा प्रचलित है। ऐसी मान्यता है कि भगवान कृष्ण, राधा के साथ होली खेलने के लिए बरसाना आएं थे। वो अपने साथ अपनी पूरी पलटन भी लेकर आएं थे। इस समय राधा और गोपियों ने उन पर लठ्ठ बरसाए थे। तभी से तभी से ये प्रचलन बन गया कि महिलाएं पुरुषों पर लट्ठ बरसाती हैं। इसलिए इसे लट्ठमार होली कहते हैं।
पंजाब
पंजाब में होला मोहल्ला नाम का त्यौहार बहुत प्रचलित है। यहां दूर-दूर लोग इसे देखने के लिए आते हैं। बता दें, होला मोहल्ला का आयोजन पंजाब के आनंदपुर साहिब में हर साल किया जाता है। ये त्यौहार पारंपरिक होली से अलग इसलिए है, क्योंकि यहां रंगों से नहीं बल्कि, तलवार बाजी, घुड़ सवारी और मार्शल आर्ट के माध्यम से होली का त्यौहार मनाया जाता है। सिर्फ यही नहीं, इस कार्यक्रम के बाद जगह-जगह विशाल लंगर लगाए जाते हैं और सभी को स्वादिष्ट हलवा, पूरी, गुजिया और मालपुआ परोसा जाता है। कहा जाता है कि होला मोहल्ला की शुरुआत सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने की थी।
उदयपुर
उदयपुर में बड़े ही शाही अंदाज में होली का त्यौहार मनाया जाता है। यहां दो दिन के त्यौहार में मेवाड़ के राजा सभी अतिथियों का स्वागत करते हैं और उन्हें रॉयल सिटी पैलेस लेकर जाते हैं। पहले दिन बॉनफॉयर से होलिका दहन किया जाता है। यहां आपको राजस्थान की पूरी सभ्यता और परंपरा देखने को मिल जाएगी। यहां सारे लोग राजस्थानी कपड़ों में नजर आते है और लोक गीत गाते हैं।
गोवा
गोवा में होली बड़े ही धूम धाम से मनाई जाती है। गोवा में पांच दिन तक शिगमो-उत्सव चलता है जिसमें अनोखी परेड निकाली जाती हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस उत्सव के आखिरी दिन गोवा के सभी बीचों को रंगों से सजाया जाता है और वहां हजारों की संख्या में लोग गुलाल से होली खेलते हैं। शिगमो-उत्सव गोवा के पंजिम, वास्को और मडगांव में आयोजित किया जाता है।