गणेश चतुर्थी: ज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश से सीखें जीवन में सफल होने के तरीके, हमेशा रहेंगे प्रसन्न
- भगवान गणेश माने जाते हैं ज्ञान के देवता
- हर मुश्किल का सामना करें डटकर
- घमंड करने से रहें दूर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देशभर में इन दिनों गणेश उत्सव की धूम है। लोग अपने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर तन-मन से बप्पा की पूजा, अराधना में जुटे हुए हैं। सुख, संपन्नता और ज्ञान के प्रतीक श्री गणेश को हिंदू देवी-देवताओं में सबसे पहले पूजें जानें की मान्यता है। ऐसे में आज हम जानेंगे भगवान गणेश के कुछ गुणों के बारे में जिनसे सीखकर हर कोई अपने अंदर बदलाव ला सकता है और अपने आपको एक सफल व्यक्ति बनाने के लिए कदम बढ़ा सकता है।
अपने काम में डटे रहना सीखें
वो कहते हैं न, ज्ञान बांटने से बढ़ता है! भगवान गणेश को बुद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है। वे हमेशा नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक रहते थे और हर मुश्किलों का बिना हार मानें डटकर सामना किया करते थे। हमें भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। उनकी तरह हर काम में मन लगाना चाहिए और हमेशा नई चीजें जानने की कोशिश करनी चाहिए।
विनम्रता और सादगी के प्रतीक
भगवान गणेश ज्ञानी होने के बाद भी हमेशा विनम्र रहते थे। इससे यह सीख मिलती है कि हमें जीवन में हमेशा सादगी और विनम्रता से रहना चाहिए। कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। वे हर समस्या का हल बड़ी चतुराई से निकालते थे। इससे हमें ये सीख मिलती हैं कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें खुद को ढालना चाहिए और कुछ नया करने की कोशिश करनी चाहिए।
संतुलन और एकाग्र रहना सीखें
भगवान गणेश के सिर को बुद्धि, शक्ति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है जो हमें बड़ा सोचने और ध्यान केंद्रित करने की सीख देता है। कहते हैं, जिस तरह हाथी हर बाधाओं को पार करने में माहिर होते है ठीक उसी तरह गणेश जी भी अपने भक्तों के जीवन से सभी बाधाओं को दूर करते हैं। इसी तरह हमें भी पेशेवर जीवन और निजी जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए।
बड़ों का आदर करना
भगवान गणेश ने अपने माता-पिता को पूरी दुनिया मानकर उनके चक्कर लगाए थे। वे हमें सिखाते हैं कि हमें हमेशा अपने माता-पिता, गुरुजनों और बड़ों का आदर करना चाहिए और सबके साथ प्रेम और दया से बरताव करना चाहिए। इससे हमें यह सीख मिलती है कि आप कितने भी बड़े इंसान क्यों न बन जाएं, आपके माता-पिता से महत्वपूर्ण कोई नहीं हो सकता।
शांत और खुशहाली के प्रतीक
भगवान गणेश मुश्किलों का सामना करते हुए भी हमेशा शांत रहते थे। वे हमें सिखाते हैं कि मुश्किलों के समय में भी हमें धैर्य रखना चाहिए और मन को शांत रखकर समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए। मुश्किल से मुश्किल समय में भी हमें सकारात्मक रहना चाहिए क्योंकि यही हमें आगे बढ़ने और बाधाओं को पार करने में मदद करता है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।