इजराइल-हमास युद्ध: क्या ईद के मौके पर थम जाएगी भीषण जंग ? गाजा से सैनिकों की वापसी दे रही संकेत
- 6 महीने से जारी है इजराइल और हमास की बीच युद्ध
- क्या ईद के मौके पर थमेगी जंग
- गाजा से हो रही इजराइली सैनिकों की वापसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा बल गाजा पट्टी पर हमास को जड़ से मिटाने की जिद पर अड़े हुए हैं। इजराइल और हमास की विनाशकारी युद्ध में अब तक हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। लेकिन, अब क्या ईद के चलते पश्चिम एशिया देशों में जारी युद्ध पर विराम लग सकता है? दरअसल, गाजा पट्टी से इजराइली सैनिकों की वापसी इस बात की ओर संकेत कर रही है। छह महीने से जारी इस जंग के बीच रविवार को इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने दक्षिणी गाजा से इजराइल की ओर जाना शुरु कर दिया है। इस बारे में इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलंट ने पुष्टि की है। उन्होंने बताया था कि रफा में हमास के आतंकी बड़ा हमला करने की ताक में हैं। इसे देखते हुए इजराइल ने भविष्य की तैयारी करना का निर्णय किया है।
इजराइली रक्षा बल ने दी जानकारी
आईडीएफ ने बताया कि गाजा के दक्षिणी क्षेत्र में एक ही बिग्रेड तैनात रहेगा। वहीं, इजराइल और हमास ने अपने एक प्रतिनिधिमंडल को युद्धविराम के संबंध में नए सिरे से बातचीत के लिए मिस्र रवाना किया है। ऐसे में ईद के मौके पर युद्ध विराम होने की संभावनाएं जताई जा रही है। बता दें, पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला करके इस खूनी संघर्ष की शुरुआत की थी। इस दौरान 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी और लगभग 250 लोगों को आतंकियों ने बंधी बना लिया था। इस हमले के बाद से इजराइल हमास पर कहर बनकर टूट रहा है। इजराइल गाजा पट्टी और पश्चिमी बैंक पर आए दिन अपने हमलों से आतंकी समूह को नेस्तानबूत करते जा रहा है। जिसकी चपेट में फिलिस्तीनी नागरिक आ रहे हैं।
फिलिस्तीनी नागरिकों की हो रही वापसी
जैसे ही इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सैनिकों को वापसी के निर्देश दिए। वैसी ही खान यूनिस शहर में फिलिस्तीनी भी बसना शुरू हो गए हैं। युद्ध के चलते शिविरों में शरण लिए लाखों फिलिस्तीनी लोग लंबे समय बाद अपने घरों में लौटने जा रहे हैं। हालांकि, युद्ध के वजह से शहर धूल में तब्दील हो गया है। शहर के चारों ओर मलबे और सड़ती लाशों के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा है। खान यूनिस हमास आतंकी और गाजा चीफ याहया सिनवार का अड्डा हुआ करता था, जो इस शहर में ही रहता था। इजराइल का कहना है कि 7 अक्टूबर को हुए हमले के पीछे याहया सिनवार ही मास्टरमाइंड था।