मेलोनी के साथ मस्क: एलन मस्क को मिली इटली के राजनीतिक मामलों से दूर रहने की सलाह, राष्ट्रपति ने किया वॉर्न, मेलोनी के इस फैसले का किया था समर्थन
- मेलोनी का मस्क ने दिया साथ
- मस्क को इटली की राजनीति से दूर रहने की मिली हिदायत
- जानिए क्या है पूरा मामला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव खत्म हो चुके हैं। जिसके बाद एलन मस्क को 'डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी' का चीफ बना दिया गया है। इसी दौरान एलन मस्क ने जॉर्जिया मेलोनी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है जो कि काफी सुर्खियों में है। एलन मस्क ने बुधवार को इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया पर रोम के जजों के फैसले की काफी आलोचना की है। जिसके बाद इटली में काफी हलचल मच गई है। इसी दौरान इटली के राष्ट्रपति सर्जियो माटरेल्ला ने मस्क को इटली की राजनीति से दूर रहने की हिदायत भी दी है।
पीएम जॉर्जिया मेलोनी की नीति
इटली की प्रधानमंत्री ने देश से अवैध प्रवासियों को निकालकर यूरोप के अल्बानिया में एक नए डिटेंशन सेंटर में भेजने की नीति बनाई थी। जिसपर रोम के जजों की तरफ से रोक लगा दी गई है। इस पर ही मस्क ने कहा है कि मेलोनी की नीति का विरोध नहीं करना चाहिए। सरकार की तरफ से प्रवासियों के खिलाफ उठाए गए कदम को रोकने वाले जजों को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। पीएम मेलोनी की योजना 30 हजार अवैध प्रवासियों को अल्बानिया के डिटेंशन सेंटर में भेजने की थी।
मस्क को दी गई हिदायत
एलन मस्क की तरफ से इटली के जजों के खिलाफ बयान देने के बाद इटली के राष्ट्रपति सर्जोय माटरेल्ला ने इटली की राजनीति से दूर रहने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि, 'इटली एक लोकतांत्रिक देश है और अपना ख्याल रखना जानता है। मस्क इटली की राजनीति में दखलअंदाजी ना करें।'
इटली की सरकार और न्यायपालिका में तनाव
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सरकार और न्यायपालिका के बीच में काफी तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। इसी बीच कोर्ट ने मेलोनी के खिलाफ फैसला ले लिया जिसके बाद मस्क के इटली के मामले में एंट्री लेने की भी काफी आलोचना की है। बता दें, पीएम मेलोनी और एलन मस्क काफी अच्छे दोस्त हैं।