जंग और तबाही: इजरायल -हमास जंग पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने जताई उम्मीद, अगले सोमवार तक युद्ध थमने के दिए संकेत
- सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल दागी
- सैकड़ों लोगों को हमास ने बनाया बंधक
- युद्ध में हजारों फिलिस्तीनियों की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पांच महीने से अधिक समय से जारी इजरायल और हमास जंग को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अगले सोमवार तक थमने के संकेत दिए है। राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि युद्ध को लेकर दो पक्ष संघर्ष विराम समझौते के करीब हैं। आपको बता दें हमास के आतंकियों ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था। बाद में इजरायल ने जवाबी कार्रवाई और समझौता कर अपने कुछ लोगों को रिहा करा लिया था। अब एक बार फिर जंग के थोड़े समय के लिए रुकने के संकेत मिल रहे है।
सात अक्टूबर को हमास आतंकियों ने दक्षिण इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल दागी, जिसमें हजारों इजरायली लोग मौत के मुंह में समा गए। हमास ने 250 लोगों को अपहरण कर बंधक बना लिया। इनमें से अभी भी कुछ हमास के कब्जे में है। दूसरी तरफ जवाबी कार्रवाई में इजरायली सेना ने गाजा के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया है। करीब 24 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। इजरायली आक्रमण के बाद से गाजा में लाखों परिवार पलायन कर गए है। लाखों लोग भुखमरी का सामना कर रहे है।
आपको बता दें एक दिन पहले ही व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मीडिया को जानकारी दी कि इजरायल, अमेरिका, मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों ने पेरिस में वार्तालाप की। चर्चा के दौरान अस्थायी संघर्षविराम के बदले हमास द्वारा बनाए गए बंधकों को रिहा करने पर चारों के बीच सहमति बन गई है।
शुक्रवार को पेरिस में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक बिल बर्न्स, मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों के साथ मोसाद के निदेशक डेविड बार्निया सहित एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत की। वैसे आपको बता दें हमास और इजरायल एक दूसरे से सीधे बात नहीं करते हैं, इन दोनों के बीच कतर और मिस्र मध्यस्थता निभाते हैं। बताया जा रहा है कि पेरिस में हुई बातचीत के बारे में हमास को रविवार शाम को जानकारी दी गई थी।
गाजा में संघर्ष विराम के सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बताया है कि हम इसके करीब हैं और मेरी उम्मीद है कि अगले सोमवार तक हम युद्धविराम कर लेंगे।' साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम इसके नजदीक हैं, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है। अभी इस पर अंतिम मुहर लगना बाकी है।
सरकारी समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक भारत ने गाजा में युद्ध को "बड़ी चिंता" का विषय बताते हुए सोमवार को कहा कि संघर्षों से उत्पन्न मानवीय संकट के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है जो सबसे अधिक प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दे। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 55वें सत्र को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद और बंधक बनाना स्वीकार्य नहीं है और उम्मीद है कि यह संघर्ष क्षेत्र के भीतर या इससे बाहर तक नहीं बढ़ेगा।