बांग्लादेश में बवाल: बांग्लादेश में पहले भी हो चुका है तख्तापलट, कई सालों तक किया था राज, जानिए कितनी मजबूत है बांग्लादेश की सेना?

  • बांग्लादेश की पीएम ने छोड़ा देश
  • बांग्लादेश का रक्षा बजट
  • कब-कब हुआ बांग्लादेश में तख्तापलट?

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-05 12:58 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में हर जगह हिंसक माहौल है। वहीं ये भी खबर है कि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना देश छोड़कर चली गई हैं। प्रदर्शनकारी एक साथ मिलकर प्रधानमंत्री आवास में घुस चुके हैं। चुनावों का बहिष्कार करने की वजह से विपक्षी दलों ने राजनीतिक स्थिति को अस्थिर कर दिया है।

ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या फिर से बांग्लादेश की सेना देश की कमान संभालेगी। इस वक्त सबकी आंखें बांग्लादेशी सेना पर है। जो या तो खुद सत्ता संभालेगी या किसी और सरकार का समर्थन करेगी। चलिए जानते हैं कि बांग्लादेश की सेना कितनी मजबूत है। इसे देश की सुरक्षा के अलावा सरकार चलाने का कितना अनुभव है।

बांग्लादेश की सेना कितनी मजबूत?

ग्लोबल फायरपावर मिलिट्री स्ट्रेंथ रैकिंग के अनुसार, बांग्लादेश की सेना दुनिया की 37वीं सबसे मजबूत सेना है। ग्लोबल फायरपावर एक ऐसी वेबसाइट है जो दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं पर नजर रखती है। इस वेबसाइट की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इसमें करीब 175000 सक्रिय सैनिक हैं। जिनके पास 281 टैंक, 13100 बख्तबंद वाहन, 30 स्व-चालित तोपखाने, 370 टो आर्टिलरी और 70 रॉकेट आर्टिलरी हैं। साथ ही नौसेना के भी करीब 30000 सदस्य भी इसमें जुड़े हैं।

बांग्लादेश का रक्षा बजट

बांग्लादेश के रक्षा बजट की बात करें तो ये दक्षिण एशिया में भारत और पाकिस्तान के बाद तीसरे नंबर पर आता है। साथ ही सालाना 3.8 बिलियन डॉलर खर्च करता है। वहीं ग्लोबल फायरपावर मिलिट्री स्ट्रैंथ की मिनिमम रैंकिंग के मुताबिक, दक्षिण एशिया में बांग्लादेश की सेना तीसरी सबसे पावरफुल सेना है।

सैनिकों की क्या है संख्या?

बांग्लादेश की सेना में करीब 160000 सक्रिय सैनिक हैं। जिसमें बॉर्डर गार्ड और तटरक्षक बल जैसे अर्धसैनिक बल भी शामिल हैं। वहीं बांग्लादेश का रक्षा बजट भी लगातार आधुनिकीकरण और विस्तार की तरफ बढ़ रहा है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के कई शांति मिशन में बांग्लादेश की सेना का महत्वपूर्ण योगदान है। जिससे उसने दुनिया भर में 7000 से अधिक कर्मियों की तैनाती की थी।

बांग्लादेश में तख्तापलट की हिस्ट्री

1975 के बाद से बांग्लादेशी सेना ने कई बार तख्तापलट किया है। बता दें कि तख्तापलट के जरिए 1975 में सबसे पहले मुजीब सरकार को हटाया गया था। जिसके बाद 1990 तक सेना का शासन रहा है। वहीं 2009 में शेख हसीना के सत्ता संभालने के समय भी सेना का समर्थन प्राप्त हुआ था। अभी बांग्लादेश में स्थिति अस्थिर है और संभावित सैन्य हस्तक्षेप से शक्ति संतुलन बदल सकता है।

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