तीसरी बार अंतरिक्ष यात्रा: फिर उड़ान भरने को तैयार सुनीता विलियम्स, मिशन की सफलता के लिए अपने इष्ट देव की मूर्ति ले जाएंगी साथ
- बतौर पायलट तीसरी बार अंतरिक्ष की यात्रा करने के लिए तैयार सुनीता विलियम्स
- वोइंग के स्टारलाइनर स्पेसयान से भरेंगी उड़ान
- भगवान गणेश की मूर्ति लेकर जाएंगी साथ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बतौर पायलट तीसरी बार अंतरिक्ष की यात्रा करने के लिए तैयार हैं। वह वोइंग के स्टारलाइनर स्पेसयान से उड़ान भरेंगी। इस स्पेसयान को अमेरिका के फ्लोरिडा में स्थित केप केनवेरल के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से छोड़ा जाएगा। स्टारलाइनर स्पेसयान विलियम्स और बुच विलमोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र लेकर जाएगा जो संकटग्रस्त बोइंग कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण और बहु-प्रतीक्षित सफलता हो सकती है। यह यान स्थानीय समयानुसार रात साढे दस बजे और अंतराष्ट्रीय समयानुसार मंगलवार सुबह 8 बजकर 4 मिनिट पर रवाना होगा।
'यह मेरे लिए घर वापस जाने जैसा'
एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में सुनीता विलियम्स ने कहा, "हम सभी यहां हैं क्योंकि हम सभी तैयार हैं। हमारे दोस्तों और मित्रों ने इसके बारे में सुना है और हमने इसके बारे में बात की है और वे खुश तथा गौरवान्वित हैं कि हम इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं।'' उन्होंने आगे कहा, "जब मैं अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंच जाउंगी, तो यह घर वापस जाने जैसा होगा।"
इष्ट देव की मूर्ति ले जाएंगी साथ
सुनीता विलियम्स ने बताया कि वो धार्मिक से ज्यादा आध्यात्मिक हैं। मंगलवार को सुबह 8 बजे जब वो स्टारलाइनर से उड़ान भरेंगी तो अपने साथ भगवान गणेश की मूर्ति साथ लेकर जाएंगी क्योंकि भगवान गणेश उनकी लिए बेहद सौभाग्यशाली हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में वह भगवान गणेश को अपने पास पाकर बेहद खुश रहेंगी। बता दें कि अपनी पिछली अंतरिक्ष यात्राओं में सुनीता अपने साथ श्रीमद्भगवत गीता को साथ लेकर गई थीं।
बता दें कि भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स को नासा ने पहली बार साल 1988 में एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था। अपनी कल की अंतरिक्ष यात्रा से पहले उन्हें ऐसी दो यात्राओं का अनुभव है। पहली बार उन्होंने 2006 में और दूसरी 2012 में उड़ान भरी थी।