श्रीलंका प्रेसिडेंट इलेक्शन: राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी, 1982 के बाद देश में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला, 22 सितंबर को हो सकता है नतीजों का एलान

  • सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान जारी
  • निष्पक्ष चुनाव के लिए करीब 2 लाख अधिकारी तैनात
  • पूर्व राष्ट्रपति के बेटे मैदान में उतरे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-21 09:50 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गए हैं। वोटिंग शाम के पांच बजे तक चलेगी। वहीं, प्रेसिडेंट इलेक्शन के परिणाम 22 सितंबर को आने की उम्मीद बताई जा रही है। साल 2022 में आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका का यह पहला राष्ट्रपति चुनाव है। न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, इस चुनाव में एक करोड़ सत्तर लाख लोग वोट देने के लिए एलिजिबल हैं। यहां कुल 13,400 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव आसानी और ठीक तरह से आयोजित कराने के लिए देश में पुलिसकर्मी से लेकर करीब दो लाख से भी ज्यादा अधिकारी तैनात हैं।

राष्ट्रपति पद के लिए 38 कैंडिडेट

जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति पद के लिए कुल 30 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि, इन 38 कैंडिडेट्स में से केवव 3 की दावेदारी मजबूत बताई जा रही है। तीन प्रमुख दावेदारों में निर्दलीय कैंडिडेट और मौजूदा प्रेसिडेंट रानिल विक्रमरिंघे (75), नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के अनुरा कुमारा दिसानायक (56) और समागी जन वालवेगया (एसएलबी) के साजिथ प्रेमदासा (57) के नाम शामिल हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, साल 1982 के बाद देश में पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबला जारी है।

देश में आर्थिक संकट

मालूम हो कि, साल 2022 में श्रीलंका की आर्थिक स्थिति बेहाल थी। महंगाई चरम पर थी, टैक्स में बढ़ोतरी, सब्सिडी और कल्याणकारी खर्चों में कटौती के चलते देशवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तब लोगों ने सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था जिसके चलते राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपना पद छोड़ श्रीलंका से भाग गए थे। हालांकि, वह 50 दिनों बाद श्रीलंका लौट आए थे।

आपको बता दें कि, बचे हुए 2 साल के कार्यकाल के लिए विपक्षी नेता रनिल विक्रमसिंघे को प्रेसिडेंट घोषित कर दिया गया था।

पूर्व प्रेसिडेंट के बेटे आजमाएंगे किस्मत

जानकारी के मुताबिक, देश के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के बेटे नमल श्रीलंका पोडु पेरामुना पार्टी (एसएलपीपी) की तरफ से उम्मीदवार के तौर पर मैदान में खड़े हैं। लेकिन इलेक्शन सर्वे के अनुसार, राष्ट्रपति पद के लिए बेटे नमल की दावेदारी शुरू से ही कुछ खास मजबूत नजर नहीं आ रही है। अब देखना यह है कि नतीजे आने के बाद किसकी किस्मत चमकती है और किसे राष्ट्रपति पद संभालने को मौका मिलता है?

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