आम चुनाव 2024: बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की जबरदस्त जीत

  • शेख हसीना की पार्टी को 224 सीटों पर जीत
  • चवीं बार प्रधानमंत्री बनेंगी शेख हसीना
  • 1986 से अब तक गोपालगंज-3 से हसीना की 8 वीं जीत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-08 05:48 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग की जबरदस्त जीत हुई है, शेख हसीना की पार्टी को 224 सीटों पर जीत मिली हुई। शेख हसीना की एक बार फिर सत्ता में वापसी हुई है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी चार सीटें जीती हैं। 62 सीटों पर निर्दलीय जबकि अन्य के खाते में एक सीट आई है। वहीं, बाकी बची दो सीटों पर अभी मतगणना चल रही है।

300 सीटों वाले बांग्लादेश में एक बार फिर आवामी लीग की सरकार बनने जा रही है। शेख हसीना फिर से प्रधानमंत्री बनेगी। रविवार को हुए आम चुनाव में शेख हसीना के नेतृत्व में उनकी पार्टी आवामी लीग ने 300 में से दो-तिहाई से अधिक 224 सीटों पर जीत हासिल कर ली हैं। शेख हसीना पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनेंगी। वह 2009 से ही प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 1991 से 1996 तक भी शेख हसीना प्रधानमंत्री रह चुकीं हैं। अपनी संसदीय सीट गोपालगंज-3 से शेख हसीना भारी मतों के अंतर से जीत गई है। 1986 से अब तक गोपालगंज-3 से ये उनकी आठवीं जीत है। हसीना को 2,49,965 मत मिले. जबकि, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी एम. निजाम उद्दीन लश्कर को महज 469 वोट ही हासिल हुए।विपक्षी पार्टियों विरोध के बाद चुनाव में केवल 40 फीसदी मतदान हुआ। इससे पहले 2018 के चुनाव में 80 फीसदी मतदान हुआ था। 

चुनाव में कई जगहों पर विरोधी पार्टियों की ओर से बवाल, हिंसा, आगजनी और हड़ताल देखने को मिली थी। मुख्य विपक्षी दल बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी ने इलेक्शन का बायकॉट किया था। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेताओं ने चुनावों को फर्जी बताया है। बीएनपी के साथ 15 राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। बीएनपी ने 48 घंटों की हड़ताल का ऐलना करते हुए मतदाताओं से मदतान न करने की अपील की

17 करोड़ आबादी वाले बांग्लादेश में बीते कल रविवार 7 जनवरी को आम चुनाव के लिए मतदान हुआ था।  प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 2024 के आम चुनाव के लिए हो रहे मतदान पर  कहा, हमारा देश संप्रभु और स्वतंत्र है। हमारी आबादी बड़ी है। हमने लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार स्थापित किए हैं। मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूं कि इस देश में लोकतंत्र कायम रहे। हालांकि विपक्षी दलों ने वोटिंग का बहिष्कार किया था।

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