राजकीय अतिथि: संत परम पूज्य महंतस्वामी महाराज नवनिर्मित हिंदू मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए अबूधाबी पहुंचे
- अबूधाबी में 'राजकीय अतिथि' के रूप में महंतस्वामी महाराज का शाही स्वागत
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 फरवरी मंदिर के लोकार्पण समारोह में भाग लेंगे
- अबुधाबी के शेख नाहयान मुबारक ने महंतस्वामी महाराज का स्वागत किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्ववन्दनीय संत परम पूज्य महंतस्वामी महाराज 5 फरवरी, 2024 को नवनिर्मित BAPS हिंदू मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के के लिए अबूधाबी पहुंचे। इस ऐतिहासिक अवसर पर अबूधाबी में 'राज्य अतिथि' के रूप में उनका स्वागत किया गया। आगामी १४ फरवरी को मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा विधि संपन्न होगी।
गौरतलब है कि मध्य पूर्व में पारंपरिक हिंदू वास्तुकला शैली में पहला पाषण-निर्मित मंदिर होने जा रहा है, जिसका निर्माण BAPS संस्था कर रही है। अक्षरधाम जैसे अनेक विश्वप्रसिद्ध मंदिरों के निर्माण के साथ यह संस्था विश्वस्तर पर अनेक समाजसेवा की गतिविधियों में संलग्न है। अबूधाबी में स्थित यह भव्य मंदिर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच अन्तरंग मैत्री और सांस्कृतिक सद्भाव व सहयोग की भावना का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि यह मंदिर परियोजना संयुक्त अरब अमीरात सरकार और उसके शासकों की उदारता के कारण संभव हो पाई है। 2015 में, अबूधाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद नाहयान ने मंदिर के निर्माण के लिए 13.5 एकड़ जमीन उपहारस्वरूप दी थी। उसके बाद जनवरी 2019 में अबूधाबी के 'सहिष्णुता वर्ष' के अवसर पर, 13.5 एकड़ भूमि और आवंटित की गई – इस प्रकार कुल 27 एकड़ भूमि मंदिर को भेंट में दी गई।
कल हवाई अड्डे पर आगमन पर, परम पावन महंतस्वामी महाराज का संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता मंत्री महामहिम शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। शेख नाहयान ने पूज्य महंतस्वामी महाराज का स्वागत करते हुए कहा, “यूएई में आपका स्वागत है। यह देश आपकी उपस्थिति से पावन हुआ है। हम आपकी शुभकामनाओं से प्लावित हैं। हमें आपके आशीर्वाद की अनुभूति हो रही है।”
पूज्य महंतस्वामी महाराज ने उनसे कहा, “आपका स्नेह और सम्मान ह्रदय स्पर्शी है। यूएई के नेता महान और उदार दिलवाले हैं।” 'राज्य अतिथि' के रूप में परम पूज्य महंतस्वामी महाराज का पारंपरिक अरबी सांस्कृतिक शैली 'अल-अय्यला' में नर्तकों, ढोल वादकों और गायकों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस प्रकार की प्रस्तुति आमतौर पर राष्ट्रीय त्योहारों या राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत के लिए आरक्षित होती है।
इस प्रतिष्ठित मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर 'संवादिता का त्योहार' - मनाया जाएगा, जिसके तहत आस्था, सेवा के मूल्यों को विकसित करने के लिए विभिन्न रोचक कार्यक्रम और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आपको बता दें कि आगामी १४ फरवरी को प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी १४ फरवरी को इस मंदिर के उद्घाटन और लोकार्पण समारोह में भाग लेंगे। यह मंदिर विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों के बीच सद्भाव व् समरसता को बढ़ावा देगा।
पूज्य ब्रह्मविहरिदास स्वामी, जो परम पूज्य महंतस्वामी महाराज के मार्गदर्शन में इस मंदिर परियोजना का प्रबंधन कर रहे हैं, ने कहा, “अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर वैश्विक सद्भाव, अतीत की समृद्ध विरासत का उत्सव मनाने और भविष्य का मार्गदर्शन करने के लिए एक आध्यात्मिक द्वीप के रूप में उभरा है। यह मंदिर परम पूज्य महंत स्वामी महाराज की आध्यात्मिकता और संयुक्त अरब अमीरात और भारत दोनों के नेतृत्व और बीएपीएस संगठन की उदारता, ईमानदारी और मित्रता का एक कालातीत प्रमाण है।”
गुरु परम पूज्य महंतस्वामी महाराज
परम पूज्य महंत स्वामी महाराज बीएपीएस स्वामिनारायण संस्थान, संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक-सामाजिक सेवा संगठन; उनके आध्यात्मिक गुरु. भक्ति, विनम्रता और सेवा के अपने गुणों के माध्यम से, वह दुनिया भर के लाखों लोगों को उच्च जीवन के लिए प्रेरित कर रहे हैं।