ईरान एयर स्ट्राइक: हमले से तिलमिलाया पाकिस्तान, दी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी, ईरान से वापस बुलाया अपना राजदूत
- पाकिस्तान में ईरान का बड़ा हमला
- बलूचिस्तान स्थित आतंकी संगठन के ठिकानों को बनाया निशाना
- बौखलाए पाकिस्तान ने दी धमकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान की तरफ से बलूचिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों पर हमला किए जाने के बाद पाकिस्तान तिलमिला गया है। उसने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मानते हुए ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। साथ ही ईरान के राजदूत को अपने यहां से निष्कासित कर दिया है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि, पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। इसके साथ ही मंत्रालय ने ऐसा करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
हवाई क्षेत्र का उल्लघंन
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस हमले को अंजाम देकर ईरान ने बिना किसी वजह के हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। इसके साथ ही मंत्रालय का कहना है कि दोनों देशों के बीच संचार के कई माध्यम हैं लेकिन इसके बावजूद भी इस अवैध कृत्य को ईरान ने अंजाम दिया है। बता दें कि 16 जनवरी की देर रात ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश अल-अदल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था।
इसके बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि इस अकारण किए हमले में दो मासूम बच्चे मारे गए हैं जबकि तीन बच्चियां गंभीर रुप से घायल हो गई हैं। वहीं पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में तो यहां तक भी कहा गया है कि हमले में एक मस्जिद भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं दूसरी तरफ ईरान ने दावा किया है कि उसने केवल आतंकी समूह के ठिकानों को टारगेट कर उन पर एयर स्ट्र्राइक की थी। ईरान की न्यूज एजेंसी तसनीम के मुताबिक, जैश अल-अदल जो कि पाक्सितान से ऑपरेट हो रहा है उसके दो ठिकानों पर हवाई हमले किए गए हैं। इस हमले में आतंकी संगठन को काफी नुकसान पहुंचा है।
बता दें कि जिस समय ईरान ने यह हमला किया था उसके कुछ देर पहले ही पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ और ईरानी विदेश मंत्री आमिर आब्दुल्लाहियान की मुलाकात हुई थी। दोनों स्विटजरलैंड में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में मिल थे।
क्या है जैश अल-अदल?
जैश अल-अदल ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत का एक सुन्नी आतंकी संगठन है। 2003 में बने इस संगठन को पीपुल्स रेजिस्टेंस ऑफ ईरान के नाम से भी जाना जाता है। पहले इसका नाम जुंदअल्लाह था जिसे 2012 बदलकर जैश अल-अदल कर दिया गया था।