जूलियन असांजे को ब्रिटेन में नहीं मिली जमानत, जेल में ही रहना होगा
जूलियन असांजे को ब्रिटेन में नहीं मिली जमानत, जेल में ही रहना होगा
डिजिटल डेस्क, लंदन। एक ब्रिटिश जज ने बुधवार को विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को जमानत देने से इनकार कर दिया। असांजे 2019 से ब्रिटेन की जेल में बंद है। डिस्ट्रिक्ट जज वनैसा बाराइस्टर ने असांजे की जमानत याचिका को खारिज किया है। असांजे पर एक दशक पहले अमेरिकी सेना के गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने को लेकर जासूसी का आरोप है।
न्यायाधीश ने बुधवार को कहा कि असांजे के "फरार होने का जोखिम" है और यह यकीन करने की वाजिब वजह हैं कि रिहा करने पर वह अदालत में वापस नहीं आएगा। वहीं असांजे के वकीलों ने दलील दी कि वह पत्रकार के तौर पर काम कर रहे थे, इसलिए वह दस्तावेजों को प्रकाशित करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत संरक्षण के हकदार हैं।
कोर्ट ने असांजे को प्रत्यर्पित करने का अमेरिकी अनुरोध ठुकराया
बीते दिनों ब्रिटेन की अदालत ने विकीलीक्स के संस्थापक को प्रत्यर्पित करने का अमेरिकी अनुरोध ठुकरा दिया था। जिला न्यायाधीश वनैसा बाराइस्टर ने लंदन स्थित "सेंट्रल क्रिमिनल कोर्ट" में अपना फैसला सुनाया था। जस्टिस वनैसा ने कहा है कि अंसाजे का प्रत्यर्पण उनकी मानसिक हालत के लिए सही नहीं होगाा। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर असांजे को अमेरिका भेजा गया तो वह आत्महत्या भी कर सकते हैं।
असांजे पर क्या आरोप है?
अमेरिकी अभियोजकों ने असांजे पर जासूसी के 17 आरोप लगाएं हैं जबकि एक आरोप कंप्यूटर के दुरुपयोग का भी है। इन आरोपों में अधिकतम सजा 175 साल कैद है। इन दस्तावेजों में अमेरिकी सैनिकों द्वारा इराक और अफगानिस्तान में किए गए कथित गलत कामों के बारे में जानकारी है। असांजे की कानूनी टीम ने अमेरिका पर राजनीति से प्रेरित अभियोजन चलाने का आरोप लगाया है।