तालिबान ने पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताया, कश्मीर को लेकर भी की बात
Zabihullah Mujahid Interview तालिबान ने पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताया, कश्मीर को लेकर भी की बात
- तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद का इंटरव्यू
- मुजाहिद ने कहा- पाक के साथ संबंध और गहरे होने की उम्मीद
- मुजाहिद ने पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताया है। पाकिस्तान के चैनल ARY न्यूज के साथ बातचीत में मुजाहिद ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों के बारे में बात करते हुए ये बयान दिया है। मुजाहिद ने ये भी कहा कि हम पाकिस्तान के साथ संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।
जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, "अफगानिस्तान अपनी बॉर्डर पाकिस्तान के साथ साझा करता है। जब धर्म की बात आती है तो हमारा धर्म एक-जैसा है। दोनों देश के लोग घुल-मिल जाते हैं। इसलिए हम पाकिस्तान के साथ संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने भी भारत के बारे में भी बात की और नई दिल्ली से अफगानों के हितों के बारे में सोचने का आग्रह किया। मुजाहिद ने कहा, "हमारी इच्छा है कि भारत अपनी नीति अफगान लोगों के हितों के अनुरूप बनाए।"
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद पर भी बात की। मुजाहिद ने कहा कि भारत को घाटी के प्रति "सकारात्मक दृष्टिकोण" रखना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर बोलते हुए, मुजाहिद ने कहा कि "दोनों देशों को एक साथ बैठकर मामलों को हल करना चाहिए क्योंकि दोनों पड़ोसी हैं और उनके हित एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।"
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने की अटकलों के बीच जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि "हम अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार चाहते हैं जो मजबूत हो और इस्लाम पर आधारित हो और जिसका सभी अफगान हिस्सा हों। हम इस पर काम कर रहे हैं और तब तक इंतजार कर रहे हैं जब तक हम एक मजबूत और स्थिर सरकार बनाने में सफल नहीं हो जाते।"
तालिबान के प्रवक्ता ने महिला के अधिकारों को लेकर कहा, "हम महिलाओं की शिक्षा, काम और रोजगार के लिए अनुकूल माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।" आईएसआईएस जैसे आतंकवादी ग्रुप को लेकर तालिबान ने कहा, "हमने पहले भी कहा है कि हम अपनी धरती का इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं होने देंगे। इस संबंध में हमारी नीति स्पष्ट है। अफगानिस्तान में दाएश (ISIS) की कोई मौजूदगी नहीं है।