अडानी पर आरोप: फ्रांस की दिग्गज कंपनी टोटल एनर्जीज ने अमेरिकी आरोपों के बाद अडानी समूह की कंपनियों में निवेश करने से किया इनकार
- अडानी समूह पर अमेरिका में लगे कथित रिश्वतखोरी के आरोप
- फ्रंसीसी कंपनी ने अडाणी समूह में कोई नया वित्तीय योगदान नहीं करने को कहा
- अडाणी ग्रुप में सर्वाधिक निवेश करने वाला विदेशी निवेशक टोटल एनर्जी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनियों में ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फ्रांसीसी टोटल एनर्जी तब तक कोई निवेश नहीं करेगी, जब तक उनका रिश्वत आरोपों वाला मामला खत्म नहीं हो जाता। या फिर अडानी समूह को आरोपों से मुक्ति नहीं मिल जाती। हालांकि सोमवार को टोटल एनर्जी कंपनी ने कहा उन्हें अडानी समूह पर लगाए गए कथित रिश्वतखोरी के आरोपों की जानकारी नहीं है।
आपको बता दें टोटल एनर्जी अडाणी ग्रुप में सर्वाधिक निवेश करने वाला विदेशी निवेशकों में से एक है। इसके समूह के अक्षय ऊर्जा उद्यम अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एईजीएल) और सिटी गैस इकाई अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) में हिस्सेदारी है। फ्रंसीसी कंपनी ने अडाणी समूह में कोई नया वित्तीय योगदान नहीं करने को कहा है।हालांकि अमेरिका में लगाए गए कथित आरोपों पर अडाणी समूह ने आरोपों को निराधार बताते हुए हर संभव कानूनी उपायों का अपनाने और लीगल हल निकालने की बात कही है।
फ्रांसीसी कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों ने गौतम अडाणी और दो अन्य अधिकारियों पर एईजीएल के लिए सौर ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को कथित तौर पर 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। टोटल एनर्जी ने कहा यह अभियोग न तो एजीईएल और न ही एजीईएल से संबंधित कोई कंपनी से जुड़ा है।
फ्रांसीसी कंपनी टोटल एनर्जीज के पास 19.75 प्रतिशत की हिस्सेदारी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में है। इसके अलावा तीन अन्य संयुक्त उद्यम कंपनियों में भी 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी है जो सौर और पवन ऊर्जा का उत्पादन करती है। अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड गौतम अडाणी की ओर से संचालित भारतीय समूह की अक्षय ऊर्जा कंपनी है। फ्रांसीसी कंपनी के पास अडाणी टोटल गैस लिमिटेड में भी 37.4 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। यह कंपनी ऑटोमोबाइल सीएनजी और खाना पकाने के लिए घरों में पाइप के जरिए प्राकृतिक गैस बेचती है।