अजब गजब: गैलेक्सी के बाहर ही मरने की कगार पर है एक तारा, वैज्ञानिकों की तरफ से जारी की गई तारे की पहली क्लोजअप पिक्चर

  • गैलेक्सी के बाहर ही मरने की कगार पर है WHO G64
  • वैज्ञानिकों की तरफ से जारी की गई तारे की पहली क्लोजअप पिक्चर
  • ऐसे निकालते हैं आकाशगंगा के बाहर की तस्वीर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-22 12:15 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने हमारी गैलेक्सी के बाहर एक तारे की तस्वीर निकाली है। जो पृथ्वी से करीब 1.60 लाख प्रकाश वर्ष की दूरी पर मौजूद है। बता दें, यह किसी दूसरी गैलेक्सी का तारा है। जिसके चारों तरफ मैग्लेनिक क्लाउड्स बने हुए हैं। इस तारे का रेडियस हमारे सूरज के रेडियस से लगभग 2000 गुना ज्यादा बड़ा है। वैज्ञानिकों की मानें तो, इसे पहले डि मॉन्स्टर कहा करते थे लेकिन अब इसका नाम WHO G64 हो गया है। ये तारा एक ड्वार्फ गैलेक्सी में है यानी एक ऐसी गैलेक्सी जो हमारी गैलेक्सी का चक्कर लगाती है।

तारा खत्म होने की कगार पर

आंद्रे बेला नेशनल यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोफिजिसिस्ट किची ओनाका का कहना है कि, इन्होंने इस तारे के चारों तरफ कोकून जैसे अंडाकार बादल देखे हैं। जिसका मतलब है कि यह तारा खत्म होने वाला है। साथ ही, इसमें सुपरनोवा विस्फोट भी हो रहा है। बता दें, इस तारे की तस्वीर वेरी लार्ज टेलिस्कोप इंटरफेरोमीटर से ली गई है। यह टेलिस्कोप अंतरिक्ष की गहराइयों में भी बहुत अंदर तक जूम करके देख सकता है।

कैसे निकालते हैं आकाशगंगा के बाहर की तस्वीर?

आकाशगंगा के बाहर की तस्वीर लेना बेहद ही कठिन काम होता है। कभी-कभी सितारा इतना ज्यादा बड़ा होता है कि उसकी तस्वीर लेना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाता है। क्योंकि इनमें से भारी मात्रा में रोशनी निकल रही होती है, जिससे उसकी तस्वीर लेते समय रोशनी की वजह से यह धुंधली हो जाती है। जो कि वैज्ञानिकों के किसी काम का नहीं होता है।

नई तकनीकों से तस्वीरें होती हैं साफ

ओनाका और उनके साथी इस तारे की स्टडी कई सालों से कर रहे हैं। जिसके लिए इन लोगों ने एक नई तकनीक भी निकाली है। जिससे वे धुंधली तस्वीरों को साफ कर सकते हैं। इस तकनीक को GRAVITY कहते हैं। इस तकनीक से वैज्ञानिक WHO G64 तारा जो बेटलगूज से तीन गुना बड़ा है। उसकी तस्वीर लें कर साफ कर सकते हैं।

तारे का होने वाला है अंत

ओनाका और उनकी टीम साल 2020 से ही इस तारे का स्टडी कर रहे हैं। साथ ही इसकी तस्वीर को लगातार साफ भी कर रहे हैं। स्टडी के दौरान पता चला की ये तारा अपने अंत पर है। यह जल्द ही खत्म होने वाला है। इसलिए इसमें से लगातार रोशनी और धूल निकल रही है। जिसके बादल चारों तरफ बन रहें है। यह तारा भयानक रेडियोएक्टिव, गर्मी और रोशनी वाला है।

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