संयुक्त राष्ट्र ने राजनीतिक बाधाओं के बावजूद मानवीय सहायता जारी रहेगी
अफगानिस्तान संयुक्त राष्ट्र ने राजनीतिक बाधाओं के बावजूद मानवीय सहायता जारी रहेगी
- सूखे और आर्थिक संकट ने अफगानिस्तान में पैदा की आपदा
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संकल्प लिया है कि राजनीतिक स्थिति की परवाह किए बिना लोगों के लिए मानवीय सहायता जारी रहेगी। ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है।
टोलो न्यूज ने बताया, अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप विशेष प्रतिनिधि, रमिज अलकबरोव ने देश में मानवाधिकारों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि इस टेबल पर मौजूद एजेंसियां जीवन रक्षक सहायता से अफगानिस्तान में 1.8 करोड़ से ज्यादा लोगों तक पहुंचने में सक्षम हैं।
इस बीच, तालिबान सरकार के अर्थव्यवस्था मंत्रालय ने कहा कि उसने जरूरतमंद लोगों को सहायता के पारदर्शी वितरण के लिए एक योजना को अंतिम रूप दिया है। अर्थव्यवस्था के मंत्री दीन मोहम्मद हनीफ ने रविवार को कहा यह सम्मेलन सहायता वितरण में हमारे समन्वय को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था।
टोलो न्यूज ने बताया कि मानवीय संगठनों के अनुसार कुल 3.6 करोड़ आबादी में 2.4 करोड़ कमजोर लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए लगभग 4.4 अरब डॉलर की आवश्यकता है। तालिबान ने देश में चल रहे संकट का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य सहायता संगठनों के समर्थन का भी स्वागत किया है। आंकड़ों के आधार पर, अंतर्राष्ट्रीय सहायता का निलंबन, तालिबान के कब्जे के बाद बेरोजगारी की उच्च दर, साथ ही सूखे और आर्थिक संकट ने अफगानिस्तानको मानवीय आपदा में डुबो दिया है।
आईएएनएस