ग्लासगो में शनिवार को हजारों लोगों के जुटने की उम्मीद
सीओपी 26 ग्लासगो में शनिवार को हजारों लोगों के जुटने की उम्मीद
- COP में अपनी आवाज सुनने का मौका
डिजिटल डेस्क, ग्लासगो । सीओपी 26 गठबंधन शनिवार को जलवायु न्याय के लिए वैश्विक कार्रवाई दिवस के हिस्से के रूप में एक साथ 200 से अधिक कार्यक्रम होने वाले हैं। आयोजनों के आयोजक सीओपी 26 गठबंधन दुनियाभर के लोगों के ग्लासगो प्रदर्शनों में भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं। साथ ही शहर में एक मार्च निकाले जाने की उम्मीद है। प्रोग्राम में ग्रेटा थनबर्ग, मित्जी जोनेल टैन, वैनेसा नाकाटे व डैरेन मैकगार्वे जैसे हाई-प्रोफाइल वक्ताओं के साथ कई रैलियों आयोजित की जाएंगी। दुनिया के हर कोने में कई जगहों पर प्रदर्शन होने के अनुमान है। वैश्विक जलवायु सम्मेलन के पहले सप्ताह के समापन के रूप में मार्च होता है।और लोगों को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन सीओपी 26 में जो हो रहा है, उस पर अपनी आवाज सुनने का मौका देगा।
सीओपी गठबंधन के प्रवक्ता असद रहमान ने कहा हम इस सप्ताह के अंत में दुनिया भर में सड़कों पर उतर रहे हैं, ताकि सरकारों को जलवायु निष्क्रियता से जलवायु न्याय की ओर धकेला जा सके। यह अब तक का सबसे कम सुलभ जलवायु शिखर सम्मेलन रहा है । आज वे लोग अपनी आवाज सुन रहे हैं। उन्होंने कहा जलवायु संकट हमारे टूटे, असमान समाजों और अर्थव्यवस्थाओं के परिणामस्वरूप हुआ है। हमें अपनी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को कुछ के लिए लाभ के बजाय लोगों और हमारे ग्रह दोनों की रक्षा करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में बदलना चाहिए।
पैसिफिक क्लाइमेट वॉरियर्स प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और रैली के वक्ता ब्रायना फ्रूएन ने कहा जलवायु टूटने से सबसे अधिक खतरे वाले क्षेत्रों में से किसी के रूप में मुझे पता है कि यह जलवायु शिखर सम्मेलन कितना महत्वपूर्ण है। और यह कितना महत्वपूर्ण है, क्या सड़कों के साथ-साथ सत्ता के गलियारों में भी आवाजें सुनाई देती हैं। अब एक दशक से प्रशांत क्षेत्र में तूफान अधिक हिंसक हो रहे हैं। सूखा लंबा हो गया है और बाढ़ गहरी हो गई है। मछुआरे अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर सकते। परिवार के स्वामित्व वाली दुकानें जो चक्रवात में चपटी हो जाती हैं। इसलिए मैं आज दुनिया भर के लोगों के साथ मार्च कर रहा हूं क्योंकि यह इस तरह नहीं चल सकता। हम इस संकट के शिकार होने से इनकार करते हैं। हम डूब नहीं रहे हैं, हम लड़ रहे हैं और शनिवार को दुनिया हमारी सुनेगी।
(आईएएनएस)