तालिबान में चल रही सैन्य अधिकारियों की बैठक में बम धमाका, धमाके में गवर्नर सहित तीन की मौत, पहले भी हो चुके हैं जानलेवा हमले
तालिबान पर फिर हमला तालिबान में चल रही सैन्य अधिकारियों की बैठक में बम धमाका, धमाके में गवर्नर सहित तीन की मौत, पहले भी हो चुके हैं जानलेवा हमले
- गर्वनर समेत दो लोग मारे गए
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान के बल्ख में बड़ा आतंकी धमाका हुआ है। जिसकी वजह से बल्ख राज्य के तालिबानी गवर्नर दाऊद मुजामिल की मौत हो गई है। इस पूरे मामले पर पुलिस कमांड के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम वजीरी ने कहा कि यह धमाका एक प्रशासनिक बैठक के दौरान हुआ, जिसकी वजह से बल्ख प्रांत के गवर्नर की मौत हो गई है। बता दें कि, अभी किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं इस धमाके में गर्वनर समेत दो अन्य लोगों की भी मौतें हुई हैं।
गवर्नर समेत दो लोग मारे गए
अफगान मीडिया के मुताबिक, इस धमाके का उद्देश्य तालिबानी नेताओं को जड़ से मिटाने का है। इन धमाकों को 9 मार्च की सुबह अंजाम दिया गया, जब पूरा प्रशासनिक बल एक बैठक में मौजूद था और देश में कानून व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने के लिए विचार विमर्श कर रहे थे। तभी आतंकियों ने घात लगाकर इस बैठक पर हमला बोल दिया। जिसके कारण तीन लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबरें आ रही हैं।
पहले भी हो चुके हैं हमले
बता दें कि, इससे पहले काबुल में विदेश मंत्रालय की इमारत के बाहर काफी जोरदार हमला हुआ था। जिसकी वजह से 20 लोगों की मौत हो गई थी। इस आत्मघाती हमले में सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबरें भी आई थीं। यह हमला यही नहीं रूका, कुछ दिनों पहले ही काबुल के सैन्य हवाई अड्डे के पास बम धमाका हुआ था। कुछ महीने पहले 12 दिसंबर को भी काबुल के एक होटल में आंतकियों ने कई लोगों को अपना निशाना बनाया था। जिसमें तीन लोगों की मरने की पुष्टि हुई थी।
महिला विरोधी है तालिबान सरकार
बता दें कि, मुजम्मिल तालिबान सरकार में गवर्नर के पद पर थे। उन्होंने अशरफ गनी सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी। खबरों की मानें तो, जब से अफगान में तालिबान की सरकार आई है तभी से वहां के लोग उसका विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। तालिबान की सरकार ने हाल ही में एक ऐसा फरमान सुनाया था। जिसकी चारों तरफ किरकिरी हुई थी। तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने एक सूचना जारी करते हुए कहा था कि अब से तालिबान में कॉलेज और विश्वविद्यालय में लड़कियां पढ़ने नहीं जाएंगी। वहीं इस आदेश के बाद अमेरिका ने तालिबान की महिला विरोधी बताया था। हालांकि, ये तो जग जाहिर है कि तालिबान भी एक आंतकी संगठन का ही हिस्सा है अब उसी पर बम और गोले बारूद से हमले हो रहे हैं।