रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका की खुली पोल, अपने इस फायदे के लिए अमेरिका ने यूक्रेन पर थोपा युद्ध? जानिए अमेरिका की मदद के बावजूद कितने नुकसान में यूक्रेन
युद्ध से क्या खोया क्या पाया? रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका की खुली पोल, अपने इस फायदे के लिए अमेरिका ने यूक्रेन पर थोपा युद्ध? जानिए अमेरिका की मदद के बावजूद कितने नुकसान में यूक्रेन
- युद्ध से रूस-यूक्रेन ने क्या खोया?
डिजिटल डेस्क,कीव। रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरे हो गए हैं। लेकिन दोनों देशों के बीत संघर्ष खत्म होने के नाम नहीं ले रहा है। दोनों देश लगातार एक दूसरे पर मिसाइल से अभी भी हमला कर रहे हैं, न ही इस हमले से रूस पीछे हट रहा है न ही यूक्रेन। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन के दौरे पर गए हुए थे। जहां पर उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आड़े हाथों लिया था। इसी बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक कार्यक्रम के दौरान अमेरिका पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कोई भी देश अमेरिका से किसी भी प्रकार का सवाल नहीं पूछता कि वो बिना सोचे समझे किसी भी देश में घूस जाता है। बताइए, अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में जो अमेरिका कर रहा है वो सही है?
अमेरिका पर आरोप
बता दें कि, यूक्रेन को युद्ध में झोंकने के लिए अमेरिका पर आरोप लगते रहे हैं कि वो अपने हथियारों को बेचने के लिए युक्रेन को बली का बकरा बना रहा है। हालांकि, रूस पर उसने कई प्रतिबंध लगाए लेकिन वो महज अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर दिखाने के लिए ऐसा कर रहा है। अमेरिका कभी नहीं चाहता है कि रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्त हो। पिछले दिनों यूक्रेन दौरे पर गए बाइडन ने कहा था कि रूस केवल यूक्रेन पर हमला नहीं कर रहा है बल्कि ये पूरी दुनिया पर कर रहा है। लोकतंत्र को बचाने के लिए दुनिया के सभी देशों को एक साथ आना चाहिए। क्योंकि हमें यूक्रेन की अखंडता को खत्म होने से पहले उसे बचाना होगा।
दरअसल, युद्ध की वजह से दोनों देशों को अब तक करोड़ों डॉलर का नुकसान हो चुका है। इस युद्ध की वजह से आम नागरिकों को काफी नुकसाम पहुंचा है। साथ ही काफी संख्या में सुरक्षा बलों की भी मौतें हुई हैं।
युक्रेन में एक साल के बाद क्या-क्या बदला
- रूस के हमले की वजह से अब तक यूक्रेन में काफी संख्या में जान माल की हानि हुई है। इस युद्ध के दौरान अब तक 30 हजार से अधिक आम नागरिकों की मौत हो चुकी है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक युक्रेनी सैनिकों की मौत 1 लाख से ज्यादा हो चुकी है।
- इस युद्ध की वजह से केवल यूक्रेन को 8 लाख करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है। जिसकी वजह से देश में खाद्य सामनों की भारी किल्लत भी हो चली है। आम नागरिकों को कड़ी मशक्कत से सामान मिल रहा है।
- इस युद्ध को लेकर कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स ने एक सर्वे किया है जिसमें पाया गया है कि रूस के हमलों की वजह से देश का 138 अरब डॉलर यानी 11 लाख करोड़ का इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो चुका है।
- इसके अलावा 1100 अस्पताल, 3000 से ज्यादा एजुकेशन इंस्टीट्यूट और 1,49,300 रिहायशी इमारतें पूरी तरह जमीदोंज हो चुकी हैं।
युद्ध से रूस ने क्या खोया?
- यूक्रेन भी रूस पर तबाडतोड़ हमले कर रहा है, जिसकी वजह से उसे भी काफी संख्या में नुकसान उठाना पड़ा है।
- अब तक इस हमले में रूस के डेढ़ लाख से ज्यादा सैनिकों की मौत हो चुकी हैं। वहीं यूक्रेन के सैन्य प्रमुख ने शनिवार को दावा किया था कि रूस के 10 हजार से अधिक सैनिकों को हमने बंधक बना लिया है।
- यूक्रेन ने दावा किया है कि अब तक इस युद्ध में रूस के 3405 टैंक, 301 प्लेन, 289 हेलिकॉप्टर को मार गिराया गया है।
- युद्ध की वजह से रूस की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ा है। अपनी स्थिति को सुधार करने के लिए रूस तमाम मोर्चे पर अपने आप को मजबूत करने में लगा हुआ है।
क्यों शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध?
- रूस-यूक्रेन के बीच पहले से ही सीमा विवाद के लिए तनातनी चलती आ रही थी। यूक्रेन की सीमा को रूस हमेशा से अपना बताता रहा है। रूस का कब्जा क्रीमिया इलाके पर था। इसी इलाके को लेकर यूक्रेन ने दावा किया था कि उसके क्षेत्र में रूस आम नागरिकों की हत्या कर रहा है। जिसमें करीब 14 हजार लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
- अभी दोनों देशों में इसी मुद्दे पर खींचतान मची थी तभी यूक्रेन के नाटों में शामिल होने की बात सामने आई, जिसका रूस ने सख्त विरोध किया और यूक्रेन को न शामिल होने की हिदायत दे डाली। रूस की बात सिरे से नकारते हुए यूक्रेन ने दो टूक शब्दों में उसे जवाबा दे डाला था।
- यूक्रेन की ओर से बयान जारी किया गया कि वो स्वतंत्र है और वह अपना फैसला लेने में सक्षम है। जिसके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य ऑपरेशन का आदेश दिया और यूक्रेन पर 24 फरवरी 2022 को हमला कर दिया। जिसके बाद से ही दोनों देशों में जंग जारी है।