पेलोसी ने ताइवान यात्रा का बचाव किया, कहा- निरंकुशता को कभी बढ़ने न दें
अमेरिका-ताइवान पेलोसी ने ताइवान यात्रा का बचाव किया, कहा- निरंकुशता को कभी बढ़ने न दें
- निरंकुशता और लोकतंत्र
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। चीन की सेना के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान पहुंचने के बाद अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने स्व-शासित द्वीप की अपनी विवादास्पद यात्रा का बचाव करते हुए कहा कि वह स्पष्ट कर रही हैं कि अमेरिकी नेता निरंकुश ताकतों के आगे कभी हार नहीं मानेंगे। वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक ओपिनियन पीस से यह बात सामने आई है।
पेलोसी के लेख में कहा गया है, हम (चीन) ताइवान और लोकतंत्र को खतरे में डालने के लिए आगे नहीं बढ़ सकते। वास्तव में, हम यह यात्रा ऐसे समय में कर रहे हैं जब दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच एक विकल्प का सामना कर रही है।
यह देखते हुए कि पेलोसी की यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए एक गंभीर राजनयिक सिरदर्द पैदा कर रही है, विवादास्पद यात्रा के पीछे की मंशा के बारे में बहुत सी अटकलें लगाई गई हैं।
गार्जियन में छपे अपने ऑप-एड में पेलोसी ने चीन की स्थिति के खिलाफ एक सख्त बयान दिया और चीन के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि यह यात्रा उकसावे के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा को राजनीतिक स्वतंत्रता पर व्यापक वैश्विक संघर्ष के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
आईएएनएस
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