बढ़ रहे है ओमिक्रॉन के कदम, 77 देशों में रखा कदम, नहीं काम कर रहीं वैक्सीन?
नए वेरिएंट का प्रसार बढ़ रहे है ओमिक्रॉन के कदम, 77 देशों में रखा कदम, नहीं काम कर रहीं वैक्सीन?
- कई वैक्सीन कंपिनयां वैक्सीन को बदल रही है- एक्सपर्ट्स
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ने सरकार और आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। ये धीरे-धीरे अपने पैर पसारते जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ओमिक्रॉन अब तक 77 देशों में फैल चुका है। इससे संक्रमित ज्यादातर मरीजों ने वैक्सीन की दोनों खुराके ले रखी है। फिर भी वो ओमिक्रॉन का शिकार हो गए।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, ओमिक्रॉन पर वैक्सीन का असर नहीं होने के आसार ज्यादा है, जिसकी वजह से कई वैक्सीन कंपिनयां वैक्सीन को बदल रही है और उन्हें नए वेरिएंट से लड़ने के लिए और मजबूत बना रही है। तो, दूसरी तरफ बूस्टर डोज को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने अपने नए फैसले में कहा कि,"दिसंबर के अंत तक सभी व्यस्कों को वैक्सीन का बूस्टर डोज दे दिया जाएगा।"
वैक्सीन पर क्या कहती है स्टडी
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी में दावा किया गया कि, ओमिक्रॉन पर फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन बेहद कम असर कर रही है।
- वहीं ब्रिटेन की हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी ने एक रिपोर्ट जारी कि और बताया कि, ओमिक्रॉन पर वैक्सीन की दो खुराकों डेल्टा के तुलना में कम असर करती है।
- सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने अमेरिका का 43 ओमिक्रॉन संक्रमितों पर रिसर्च की, जिसमें से 34 मरीज ऐसे रहे, जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराके दी जा चुकी है।
- इन सभी स्टडी को देखते हुए ये आशंका जताई जा रही है कि, वैक्सीन की दो खुराक से ओमिक्रॉन को रोकना मुश्किल है।
भारत की कोविड टास्क फोर्स ने चेताया
ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया के बाकी देशों की तरह भारत में भी इसकी चिंता बढ़ गई है। जिसे लेकर कोविड टास्क फोर्स के चीफ डॉक्टर वीके पॉल ने चेतावनी देते हुए कहा कि," देश को ऐसा वैक्सीन तैयार करने की जरुरत है, जिससे वायरस में बदलाव होने के बाद भी उससे मुकाबला किया जा सकें। डॉ. पॉल का मानना है कि, देश में ऐसी स्थिति आ सकती है कि, ओमिक्रॉन के सामने वैक्सीन बेअसर हो जाए। लेकिन, इसे लेकर हमारे पास अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। फिर भी हमें सावधानी बरतने की जरुरत है।