आईएस के खूंखार आतंकियों ने उठाया भूकंप का फायदा, सीरिया की जेल में विद्रोह कर हुए फरार
सीरिया में भूकंप आईएस के खूंखार आतंकियों ने उठाया भूकंप का फायदा, सीरिया की जेल में विद्रोह कर हुए फरार
- सीरिया में साल 2011 से गृहयुद्ध जारी है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 6 फरवरी को तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप से सीरिया भी प्रभावित हुआ। एक के बाद एक आए भूकंप के तेज झटकों से सीरिया में कई इमारतें व अपार्टमेंट जमीदोंज हो गए। इस प्राकृतिक आपदा में सीरिया के 2 हजार से ज्यादा नागरिकों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें सरकार द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में हुई हैं, यहां करीब 1400 लोग मारे गए हैं। वहीं बात करें विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र की तो यहां 733 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
कल आए शक्तिशाली भूकंप से देश के उत्तर-पश्चिम इलाके में स्थित उस जेल की दीवार भी धराशाई हो गई जहां आतंकी संगठन आईएस के आतंकी कैद थे। दरअसल भूकंप में दीवार गिरने के बाद जेल में कैद कैदियों ने विद्रोह कर दिया, जिसका फायदा उठाकर आईएस के 20 आतंकी जेल से भाग गए।
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, जेल के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का फायदा उठाकर आईएस के 20 दहशतगर्द भागने में सफल रहे। तुर्की की सीमा से सटे राज्यों के जेल में लगभग 2 हजार कैदी हैं। इनमें से करीब 13 सौ आईएस आतंकी हैं। इसके साथ ही यहां कुर्द नेतृत्व वाले सेना के लड़ाके भी कैद हैं। तुर्की में आए 7.8 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप का असर जेल पर भी हुआ। यहां के कई दरवाजे और एक दीवार भूकंप के तेज झटकों से गिर गई। जिसके बाद कैदियों ने विद्रोह कर दिया। उनके द्वारा जेल के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2022 में भी सीरिया के रक्का स्थित एक सिक्योरिटी कॉम्प्लेक्स में आईएस ने हमला किया था। यह हमला जेल में कैद आईएस के आतंकियों को छुड़ाने के उद्देश्य से किया गया था। इस हमले को असफल करने में 6 कुर्द लड़ाकों ने अपनी जान गंवा दी थी।
बता दें कि सीरिया में साल 2011 से गृहयुद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक करीब 5 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि सीरिया की लगभग आधी आबादी को अपनी जान बचाने के लिए अपना घरवार छोड़कर तुर्की में शरण लेनी पड़ी।
तुर्की और सीरिया में भूकंप ने मचाया तांडव
तुर्की में 6 फरवरी की सुबह और शाम को आए भूकंप से चारों और तबाही मच गई। इस भूकंप का असर सीरिया के कई इलाकों में भी पड़ा, क्योंकि इस भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप क्षेत्र था जो कि सीरिया की सीमा के पास स्थित है। बीते 100 साल के इस सबसे तीव्र भूकंप में दोनों देशों के लगभग 4 हजार नागरिकों ने अपनी जान गंवा दी है। यह भूकंप इतना तेज था कि इससे सैकड़ों इमारते जमींदोज हो गईं।