भारतीय मूल की लीना नायर बनीं फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की ग्लोबल सीईओ

लीना नायर सस्सेज स्टोरी भारतीय मूल की लीना नायर बनीं फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की ग्लोबल सीईओ

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-14 19:26 GMT
भारतीय मूल की लीना नायर बनीं फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की ग्लोबल सीईओ
हाईलाइट
  • फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल ने लीना नायर को ग्लोबल सीईओ बनाया
  • लीना नायर ने भारत का नाम किया रोशन

डिजिटल डेस्क, पेरिस। भारतीय मूल की लीना नायर को फ्रांस ने मंगलवार को लंदन में अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जिक्युटिव नियुक्त किया है। आपको बता दें कि बीते दिनों भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को ट्वीटर की कमान मिली थी, जिसके बाद दुनिया भर में भारत का कद और ऊंचा हो गया। गौरतलब है कि अभी तक वह यूनीलीवर की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी थीं। लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। शनैल ने बताया है कि लीना नायर जनवरी से यानी नए साल से ग्रुप में शामिल होंगी। आइए जानते हैं लीना नायर की सफलता की कहानी।

लीना नायर ने झारखंड से पढ़ाई की थी
आपको बता दें कि ग्लोबल कंज्यूमर गुड्स कंपनी में भारतीय मूल की लीना नायर का करियर करीब 30 साल का है। लीना नायर ने झारखंड के जमशेदपुर स्थित जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से पढ़ाई (1990-92) की है और वहां से गोल्ड मेडल भी जीता है। उन्हें कई एचआर एंटरवेंशन के लिए श्रेय मिला है। इनमें से एक था "कैरियर बाई चॉइस"। यह एक ऐसा प्रोग्राम था, जिसका मकसद ऐसे महिलाओं को वर्कफोर्स का हिस्सा बनाना था, जिन्होंने अपना करियर कहीं पीछे छोड़ दिया है।

महाराष्ट की रहने वाली है नायर

गौरतलब है कि लीना नायर महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा भी कोल्हापुर के होली क्रॉस कॉन्वेंट स्कूल से की है। वह बताती हैं कि जब उन्हें जमशेदपुर के जेवियर्स कॉलेज से ऑफर मिला था तो उनके लिए अपने परिवार को मनाना भी बहुत ही मुश्किल काम था। उन्हें अपने पिता को यह समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी कि उन्हें जमशेदपुर जाकर पढ़ना है, जहां ट्रेन से जाने में करीब 48 घंटों का वक्त लगता है।

2013 में गईं थी लंदन

दरअसल, साल 1969 में जन्मीं नायर ने साल 2013 में भारत से लंदन के लिए रवाना हो गईं थी। उस समय उन्हें एग्लो डच कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डवलेपेंट का ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था। इसके बाद 2016 में वह यूनीलीवर की पहली महिला और सबसे कम उम्र की सीएचआरओ बनीं। भारतीय मूल की लीना नायर भारत का नाम खूब रोशन कर रही हैं। हर भारतीय को उनकी सफलता पर गर्व है। 

Tags:    

Similar News