नशे का आदी है इमरान का हमलावर, जांच में खुलासा
पाकिस्तान नशे का आदी है इमरान का हमलावर, जांच में खुलासा
- आठ गोलियां दागने के बाद पिस्टल जाम हो गया
डिजिटल डेस्क, लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर लॉन्ग मार्च के दौरान हमला करने वाला आरोपी नवीद नशे का आदी है और घटना के बारे में उसके बयान संदिग्ध हैं। एक्सप्रेस न्यूज के मुताबिक पूछताछ के दौरान आरोपी ने गुरुवार को वजीराबाद में खान के कंटेनर में फायरिंग की बात स्वीकार की।
संदिग्ध ने पुलिस को बताया कि उसने वजीराबाद के वकास नाम के शख्स के जरिए पिस्टल की 26 गोलियां खरीदी। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक पुलिस सूत्रों ने कहा कि अधिक जानकारी हासिल करने के लिए आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि आरोपी के परिवार के सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। घटनास्थल से बरामद गोलियों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) सहित प्रमुख जांच एजेंसियों के साथ पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि पहले उसने मस्जिद की छत से पीटीआई प्रमुख पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन नमाज के कारण उसे वहां जाने नहीं दिया गया।
वह बाईपास रोड के रास्ते घटनास्थल पर पहुंचा और मार्च में भाग लेने वालों को लाउडस्पीकर बंद करने को कहा। पुलिस की जांच के मुताबिक आरोपी ने इमरान के कंटेनर से पंद्रह से बीस कदम की दूरी से गोलीबारी की। आठ गोलियां दागने के बाद पिस्टल जाम हो गया।
इस बीच पुलिस ने पीटीआई के लॉन्ग मार्च पर हुए हमले की जांच के सिलसिले में दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी नवीद की शिनाख्त पर अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि संदिग्धों की पहचान वकास और फैसल बट के रूप में हुई है। जिला पुलिस की हिरासत में नवीद को शुक्रवार को आगे की जांच के लिए चुंग में काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट सेंटर ले जाया गया।
जांचकर्ताओं ने यह पता लगाने के लिए आरोपी से भी पूछताछ की कि क्या हमले का कोई मास्टरमाइंड था। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि संदिग्ध ने शुरुआती जांच के दौरान किसी का जिक्र नहीं किया। वह इस बात पर अड़ा रहा कि इमरान खान के कुछ भाषणों ने उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया और उसने अकेले घटना को अंजाम दिया।
उसने जांचकर्ताओं को यह भी बताया कि वह कुछ धार्मिक विद्वानों के भाषण सुनता था। उसके मोबाइल फोन से इसरार अहमद, दिवंगत मौलाना खादिम रिजवी और उनके बेटे हाफिज साद रिजवी की क्लिप भी बरामद की गई। नवीद ने जांचकर्ताओं से कहा कि पीटीआई प्रमुख कथित तौर पर देश को गुमराह कर रहे थे और उन्होंने ईशनिंदा और धर्म विरोधी शब्द भी कहे थे, इससे वह आहत था।
नवीद ने कहा कि जैसे ही उसने गोलियां चलाईं, कंटेनर में मौजूद गाडरें ने उस पर गोली चला दी और गार्ड की ओर से चलाई गई गोली पीटीआई समर्थक मोआजम को जा लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अब तक की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे मामले में किसी अन्य शूटर की संलिप्तता सामने आए। अब तक घटना की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
(आईएएनएस)
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