सरकार गिरने के बाद भी नहीं थमा इमरान खान का गुस्सा, अमेरिका पर फिर निकाली भड़ास

फिर भड़के इमरान सरकार गिरने के बाद भी नहीं थमा इमरान खान का गुस्सा, अमेरिका पर फिर निकाली भड़ास

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-23 11:17 GMT
सरकार गिरने के बाद भी नहीं थमा इमरान खान का गुस्सा, अमेरिका पर फिर निकाली भड़ास
हाईलाइट
  • इमरान ने कहा अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान इजराइल को मान्यता दें और कश्मीर के बारे में कई बात न करें।

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली।  पाकिस्तान के  पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान अपनी सरकार गिरने के पहले से ही अमेरिका के ऊपर कई आरोप लगाते रहे हैं। इसके बावजूद उनकी सत्ता किसी और के पास चली गई। लेकिन आज भी उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाने का काम नहीं छोड़ा। हाल ही में इमरान खान ने फिर से आरोप लागते हुए कहा कि अमेरिका चाहता है पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर बात न करे जिससे भारत मजबूत हो और उसका विरोधी चीन कमजोर हो। इमरान यही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की वर्तमान सरकार अमेरिका के दबाव में भारत और इजराइल के साथ संबंधों को सुधारना चाहती है। 

इमरान खान ने कहा कि इसके पीछे अमेरिका की सोच है कि भारत को मजबूत बनाया जाए जिससे उसका प्रतिद्वंद्वी और विरोधी चीन को कमजोर किया जा सके।
इमरान खान ने एक सेमिनार में कहा मैं अमेरिका विरोधी नहीं हूं, अमेरिका के साथ में संबंध अच्छे रखना चाहता हूं परन्तु उनको टिशू पेपर की तरह देश का इस्तेमाल नहीं करने दे सकता। इमरान ने

कहा अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान इजराइल को मान्यता दें और कश्मीर के बारे में कई बात न करें।

इमरान खान ने शहबाज शरीफ ने दावा किया कि वर्तमान सरकार अमेरिका के दबाव में आकर इजराइल और भारत से संबंध को सुधारना चाहती है। इसके साथ ही पाकिस्तान के सैन्य अड्डों को अमेरिका को देने का माहौल बनाया जा रहा है। 

आर्मी चीफ की नियुक्ति पर बोले इमरान 

इमरान खान ने आर्मी चीफ की नियुक्ति को लेकर कहा कि वह कभी नहीं चाहते  थे कि आर्मी चीफ की नियुक्ति उनकी पसंद से हो क्योंकि योग्यता से परे रखकर  की गई नियुक्तियां संस्थानों को बर्बाद कर देती है। इसके साथ ही इमरान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि नवाज शरीफ ने इस तरह के प्रतिष्ठित पदों पर अपनी पसंदीदी लोगों को चुनने की कोशिश की।  

अमेरिका पर भड़के इमरान 

 इमरान खान ने सेमिनार को संबोधित करते हुए अमेरिका पर उनकी सरकार गिराए जाने के मामले पर कहा कि अमेरिका किसी भी देश की तरक्की नहीं चाहता  बल्कि वह केवल अपने हितों को ध्यान में रखते हुए उसकी रक्षा करना चाहता है। अमेरिका पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाली लड़ाई में  बहुत नुकसान हुआ है। इमरान ने कहा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को क्या मिला क्योंकि पाकिस्तान को अमेरिका ने मात्र 20 अरब डॉलर की सहायता दी वहीं पाकिस्तान को 150 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
 इमरान खान सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी  ने दावा किया कि अमेरिका ने पहले इमरान खान की सरकार को गिराने की साजिश रची थी वहीं अब पाकिस्तान की वर्तमान सरकार नई कहानी रच रही है कि ईमरान खान सरकार नहीं गिरती तो देश की आर्थिक स्थिति और भी अधिक खराव होती। 

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