ओमिक्रॉन के खतरे के बीच युवाओं को लगाई जाएगी कोरोना की बूस्टर शॉट, सीडीसी ने की घोषणा
अमेरिका ओमिक्रॉन के खतरे के बीच युवाओं को लगाई जाएगी कोरोना की बूस्टर शॉट, सीडीसी ने की घोषणा
- दो खुराक पूरी करने के छह महीने बाद दिया जाएगा बूस्टर डोज
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कहा है कि 16 और 17 साल की उम्र के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर शॉट लगाया जाएगा। उन्हें फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन का बूस्टर शॉट अपनी पहली दो खुराक पूरी करने के कम से कम छह महीने बाद दिया जाएगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीडीसी की सिफारिश अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के युवाओं के लिए फाइजर-बायोएनटेक के तीसरे शॉट को अधिकृत करने के कुछ घंटों बाद आई है।
सीडीसी के निदेशक रोशेल वालेंस्की ने एक बयान में कहा, हालांकि हमारे पास अभी ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़ी पूरी जानकारी नहीं हैं। लेकिन प्रारंभिक डेटा से पता चला है कि कोरोना बूस्टर शॉट ओमिक्रॉन और अन्य वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा देने में कारगर हैं। वालेंस्की ने कहा, हम जानते हैं कि कोरोना के टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं, और मैं दृढ़ता से प्रोत्साहित करती हूं कि 16 और 17 साल के युवाओं को उनका बूस्टर शॉट दिया जाए। उन्हें यह प्रारंभिक फाइजर टीकाकरण सीरीज के कम से कम 6 महीने बाद दिया जाए। अभी केवल फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन ही 16 और 17 साल के युवाओं को लगाने की अनुमति दी गई है।
कुछ विशेषज्ञ और माता-पिता मायोकार्डिटिस बीमारी को लेकर चिंतित थे, जो छोटे बच्चों में टीका लगाने के कारण हो सकती है। एफडीए के कार्यवाहक आयुक्त जेनेट वुडकॉक ने एक बयान में कहा, जैसा कि लोग छुट्टियों में परिवार और दोस्तों के साथ घरों में वक्त बिता रहे हैं। ऐसे में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को दरकिनार नहीं कर सकते हैं। वुडकॉक ने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट दोनों को फैलने से रोकने के लिए वैक्सीन लगवाने से अच्छा कोई विकल्प नहीं हैं। सीडीसी के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार तक कम से कम 22 अमेरिकी राज्यों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले पाए गए हैं।
(आईएएनएस)