नई नीति- नई प्रगति: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी पर हुए समझौते में तेजी से प्रगति-वू कियान
- पिछले महीने दोनों देशों से हुआ था समझौता
- पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से जारी गतिरोध खत्म
- चीन और भारत के बीच सामंजस्यपूर्ण तालमेल की उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू कियान ने पूर्वी लद्दाख में चार साल से जारी गतिरोध को खत्म करने के साथ सेना वापसी पर बड़ा बयान दिया है। कियान ने कहा है कि दोनों देशों के बीच सैनिकों की वापसी पर हुए समझौते में तेजी से प्रगति हो रही है। आपको बता दें भारत और चीन की सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से गतिरोध था।
21 अक्टूबर को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दिल्ली में कहा था कि पिछले कई हफ्तों से दोनों देशों के बीच चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने समझौते को अंतिम रूप दिया है। इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तैनात सैनिकों के पीछे हटने पर समझौते को फाईनल रूप दिया गया, जो चार साल से चल रहे विवाद को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी है।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा वियतनाम में पिछले हफ्ते भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष एडमिरल डोंग जून के बीच एक सकारात्मक चर्चा हुई थी। उन्होंने आगे कहा कि वे चीन और भारत के बीच अनुकूल संबंधों की उम्मीद करते हैं।
वू कियान से मीडिया ने भारत और चीन समझौते को लेकर सवाल किया गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष समझौते को लागू कर रहे हैं। इसमें बहुत तेजी से प्रगति हो रही है। कियान ने कहा हमें उम्मीद है कि दोनों देश इस अवसर का लाभ उठाएंगे और अपने सैन्य संबंधों में नई प्रगति करने के लिए नई गति का निर्माण करेंगे।