रूसी राष्ट्रपति की हत्या करने की साजिश, यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा, पुतिन को जहर देने की कोशिश कर रहे कई अधिकारी
रूस-यूक्रेन तनाव रूसी राष्ट्रपति की हत्या करने की साजिश, यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा, पुतिन को जहर देने की कोशिश कर रहे कई अधिकारी
- बोर्तानिकोव और पुतिन के संबंध बिगड़े
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस यूक्रेन जंग को करीब एक माह पूरा होने वाला है। जहर देने के डर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साजिश की आशंका के चलते फरवरी माह में ही अपने सभी निजी कर्मचारियों को बदल दिया, खबरों के मुताबिक जिन लोगों को बदला गया है उनमें रसोइया, धोबी, अंगरक्षक आदि शामिल हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि यूक्रेन में जंग की मंजूरी देने से पहले या बाद में कर्मचारियों को बदला गया था।
खबरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि रूस यूक्रेन हमले के दौरान दुनिया भर के कई देशों की तरफ से लगे प्रतिबंधों के चलते रूस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा, इसे लेकर पुतिन नेतृत्व पर सवाल उठने लगे और कुछ लोग उन्हें पद से हटाने चाहते थे या जहर देकर मारने की कोशिश कर सकते थे। हालांकि यूक्रेन की इस तरह की अफवाहें भरी खबर रूस यूक्रेन जंग को प्रभावित कर सकती है। फिर भी आपको बता दें रूसी राष्ट्रपति का रहस्य जीवन किसी से छिपा नहीं है, नेतृत्व के बारे में अनिश्चितता के बीज और उनका निजी जीवन हमेशा रहस्य में डूबा रहा है। जिन्हें लेकर समय समय पर कई विश्लेषकों ने पुतिन की समझदारी पर सवाल उठाया है।
डेली मेल ने यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया है कि पुतिन को जहर दिए जाने की साजिश की खबर को कोई निश्चित आधार नहीं है। इसके पीछे की वजह मॉस्को के एलिट अधिकारी पुतिन को "जहर" देने और इसे एक दुर्घटना के रूप में बताने की साजिश रच रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के कुछ प्रभावशाली लोगों के समूह ने पुतिन को राष्ट्रपति पद से हटाने का प्लान बनाया था।
यूक्रेनी खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलेक्जेंडर बोर्तानिकोव पुतिन को खत्म करने की योजना बनाने वालों के लिस्ट में सबसे टॉप पर है। आपको बता दें सात साल से अलेक्जेंडर बोर्तानिकोव फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के निर्देशक रह चुके है। जबकि फेडरल सिक्योरिटी सर्विस को पुतिन का सबसे प्रमुख समर्थक माना जाता है। हाल ही में ऐसा माना जाता रहा है कि बोर्तानिकोव और पुतिन के संबंध बिगड़ते हुए नजर आए थे। हालांकि इस संबंध में रूस की ओर से किसी भी प्रकार की कोई खबर नहीं है।