अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु सहयोग पर चीन ने जताई आपत्ति
चीन अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु सहयोग पर चीन ने जताई आपत्ति
- परमाणु शक्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने शुक्रवार को अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु पनडुब्बी को लेकर सहयोग आगे बढ़ाने पर चीन ने ‘कड़ी आपत्ति’ जताई है। उन्होंने आगे कहा कि चीन इसे लेकर गंभीर रूप से चिंतित है, और इसका कड़ा विरोध करता है चीन ने आरोप लगाया कि अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया परमाणु पनडुब्बी सहयोग के बढ़ावे से क्षेत्रीय अशांति और अस्थिरता बढ़ेगी।
कुछ दिन पहले ही समाचार सुर्खियों में ये सामने आया कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक मार्च में अमेरिका का दौरा करेंगे, अपने दौरे के दौरान ब्रिटिश पीएम सुनक और अधिक परमाणु पनडुब्बी पर सहयोग की घोषणा करेंगे।
इस प्रकार के सहयोग से देशों में हथियारों की दौड़ बढ़ेगी। जिससे भविष्य में जोखिम पैदा हो सकते है। चीनी प्रवक्ता ने आगे कहा कि तीनों देशों के सहयोग ने अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को बढ़ाया है। चीनी प्रवक्ता ने तीनों सहयोगी देशों से निवेदन करते हुए कहा वो अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भावनाओं प फोकस करते हुए परमाणु अप्रसार दायित्वों को प्रभावी ढंग से लागू करें। और क्षेत्रीय और विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए तीनों देश परमाणु पनडुब्बी सहयोग को आगे बढ़ाने के अपने निर्णय को रद्द करें।
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन के बीच AUKUS नाम का एक त्रिपक्षीय सुरक्षा समझौता है जिसके तहत ऑस्ट्रेलिया परमाणु शक्ति से संपन्न पनडुब्बी रख सकता है।