ताइवान के नाम से फिर बौखलाया चीन, रिश्ते बढ़ा रहे देशों की दी दो टूक चेतावनी, नहीं माने तो करेंगे मिल्ट्री ड्रिल
चीन की बढ़ी बौखलाहट ताइवान के नाम से फिर बौखलाया चीन, रिश्ते बढ़ा रहे देशों की दी दो टूक चेतावनी, नहीं माने तो करेंगे मिल्ट्री ड्रिल
- बौखालाए चीन ने दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन लगातार ताइवान की मदद करने वाले देशों को आगाह कर रहा है। इस बीच चीन ने कहा है कि ताइवान से बातचीत करने वाले विदेशी राजनेता 'आग से खेल रहे है।' ड्रैगन की धमकी ऐसे वक्त में आई जब वाशिंगटन में जपान और अमेरिका के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे के खिलाफ रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहे थे।
ताइवान के मामलों में विदेशी भागीदारी को देखते हुए चीनी कार्यालय के प्रवक्ता मा शियाओगुआंग ने कहा है कि देश नए साल में आंतरिक और बाहरी क्षेत्रों के रक्षा करने के अलावा ताइवान की स्वतंत्रता के लिए चल रहे विनाशकारी साजिशों को भी नष्ट करने का संकल्प लिया है। बता दें कि, 1949 से ही ताइवान खुद को चीन से अलग मानता है और खुद से फैसला लेने वाला देश मानता है। लेकिन चीन ताइवान की बात को मानने से इनकार करता रहा है।
मा शियाओगुआंग ने द्विवार्षिक समाचार सम्मेलन में ताइवान की मदद करने वाले देशों को कहा है कि, 'चीन विरोधी ताइवान को कुछ देश लगातार समर्थन दे रहे है। इस तरह से दूसरे देशों का समर्थन देना जानबूझकर एक उकसावा है।'
बौखालाए चीन ने दी चेतावनी
चीन ताइवान को चीनी क्षेत्र मानने के अलावा उसे बलपूर्वक बीजिंग से कंट्रोल करना चाहता है। इसके अलावा चीन की बौखलाहट की दूसरी बड़ी वजह यह है कि एक बाद एक कई विदेशी राजनेता ताइवान की यात्रा कर रहे है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर माह में अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और यूरोपीय संध के कई राजनेताओं ने ताइवान का दौरा किया था।
कुछ दिन पहले ही ताइवान जलडमरूमध्य क्षेत्र से अमेरिकी युद्धपोत रवाना हुआ था। एक तरह जापान और अमेरिका का गठजोड़ और दूसरी ओर ताइवान जलडरूमध्य क्षेत्र में घटते दबदबे को देखते हुए चीन की बौखलाहट बढ़ गई है। तिलमिलाए चीन ने ताइवान जलडरूमध्य में सैनिक ड्रिल करने की चेतावनी दी है। उधर ताइवन की सेना ने नए साल की छुट्टी से पहले चीन के खतरे को लेकर आगह करते हुए कहा था कि हम अपनी क्षमता के बारे में जनता को आश्वस्त करने के उद्देश्य से सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। बता दें कि चीन ने ताइवान के कई स्टेट में युद्धपोत और लड़ाकू विमान को तैनात कर चुकी है।