तालिबान को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा अमेरिका, बाइडेन प्रशासन ने रोक लगाई
Afghanistan तालिबान को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा अमेरिका, बाइडेन प्रशासन ने रोक लगाई
- तालिबान के देश पर नियंत्रण करने के तीन दिन बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया
- पेंडिंग या अनडिलिवर्ड आर्म ट्रांसफर को समीक्षा के तहत रखा गया है
- बाइडेन प्रशासन की अफगानिस्तान को हथियारों की बिक्री पर रोक
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। बाइडेन प्रशासन ने अफगानिस्तान को सभी हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी है। तालिबान के देश पर नियंत्रण करने के तीन दिन बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया। डिफेंस कॉन्ट्रेक्टरों को एक नोटिस में, अमेरिकी विदेश विभाग के राजनीतिक/सैन्य मामलों के ब्यूरो ने कहा कि अफगानिस्तान में पेंडिंग या अनडिलिवर्ड आर्म ट्रांसफर को फिलहाल समीक्षा के तहत रखा गया है।
नोटिस में कहा गया है, "अफगानिस्तान में तेजी से विकसित हो रही परिस्थितियों को देखते हुए, डायरेक्टरेट ऑफ डिफेंस सेल्स कंट्रोल पेंडिंग और जारी किए गए एक्सपोर्ट लाइसेंस और अन्य अप्रूवल्स को रिव्यू कर रहा है।" नोटिस में आगे कहा गया है कि अमेरिकी विदेश विभाग आने वाले दिनों में रक्षा उपकरण निर्यातकों के लिए अपडेट जारी करेगा।
कई रिपोर्टों ने पुष्टि की है कि अशरफ गनी प्रशासन के पतन के दौरान तालिबान ने बड़ी संख्या में अमेरिकी हथियारों और अन्य चीजों को अपने कब्जे में ले लिया है। इनमें ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर्स, A-29 सुपर टूकानो अटैक एयरक्राफ्ट और माइन-रेसिस्टेंट ह्यूमवीस शामिल हैं। इसके अलावा अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन और एम16 राइफल पर भी तालिबान ने कब्जा कर लिया है।
आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका ने 2020 तक अफगानिस्तान को 227 मिलियन यूडीएस के हथियार बेचे। स्वीडन स्थित स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) के डेटा के अनुसार, अमेरिका ने पिछले पांच वर्षों के दौरान हथियारों के एक्सपोर्ट में अपनी वैश्विक हिस्सेदारी 37 प्रतिशत तक बढ़ा दी है।
इसी डेटा से यह भी पता चला कि रूस और चीन के हथियारों के एक्सपोर्ट में गिरावट से अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के एक्सपोर्ट में वृद्धि हुई।